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Gupt Navratri 2024: दशकों बाद गुप्त नवरात्र के चौथे दिन बन रहे हैं ये 4 अद्भुत संयोग, धन से भर जाएगी खाली झोली

सनातन शास्त्रों में मां दुर्गा की महिमा अपरंपार है। विभिन्न काल खंड में मां दुर्गा ने अलग-अलग रूप धारण अपने भक्तों की रक्षा की है। वहीं दुष्टों का संहार किया है। धार्मिक मत है कि मां के उपासकों को जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होती है। गुप्त नवरात्र के चौथे दिन 4 अद्भुत संयोग बन रहे हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 08 Jul 2024 07:33 PM (IST)
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Gupt Navratri 2024: इस विधि से करें मां कूष्मांडा की पूजा एवं उपासना
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Ashadha Gupt Navratri 2024: गुप्त नवरात्र के चौथे दिन जगत जननी मां दुर्गा के चौथे स्वरूप की पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कार्य में सिद्धि पाने हेतु व्रत रखा जाता है। इस विशेष तिथि पर मां कूष्मांडा की विधि-विधान और श्रद्धा भाव से पूजा की जाती है। धार्मिक मत है कि मां कूष्मांडा की भक्ति और साधना करने से व्रती को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही काल, कष्ट, दुख और संकट दूर हो जाते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो गुप्त नवरात्र के चौथे दिन 4 मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं-

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सिद्धि योग

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष के चौथे दिन सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण तृतीया तिथि को देर रात 02 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगा। वहीं, समापन आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को देर रात 02 बजकर 27 मिनट पर होगा। इस योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

सर्वार्थ सिद्धि योग

गुप्त नवरात्र के चौथे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का समापन सुबह 07 बजकर 52 मिनट पर हो रहा है। इसके बाद रवि योग का संयोग बन रहा है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से लेकर 12 बजकर 59 मिनट तक है। इस दौरान मां की पूजा उपासना कर सकते हैं।

रवि योग

ज्योतिषियों की मानें तो आषढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रवि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 52 मिनट पर हो रहा है। वहीं, समापन 10 जुलाई को सुबह 05 बजकर 48 मिनट पर हो रहा है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।