Ashadha Purnima 2024: आषाढ़ पूर्णिमा पर नाराज पितरों को इस तरह करें प्रसन्न, मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद
ऐसा माना जाता है कि यदि किसी व्यक्ति के पितृ नाराज हो जाए तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति को पितृ दोष का सामना करना पड़ता है। जिस कारण उसके जीवन की मुसीबतें बढ़ने लगती हैं। ऐसे में पूर्णिमा तिथि पर किए गए कुछ उपाय आपको पितृ दोष से मुक्ति दिला सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि वे उपाय क्या हैं?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के पूर्णिमा (Ashadha Purnima) तिथि को एक महत्वपूर्ण तिथि माना जाता है। इस तिथि को स्नान-दान करने के साथ-साथ पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए भी विशेष माना गया है। तो चलिए जानते हैं कि आप किस प्रकार पूर्णिमा तिथि पर अपने नाराज पितरों का प्रसन्न कर सकते हैं।
पूर्णिमा शुभ मुहूर्त (Ashadha Purnima 2024 Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई 2024 को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो रही है, जो 21 जुलाई 2024 को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट तक रहने वाली है। ऐसे में आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत 20 जुलाई, शनिवार को किया जाएगा। वहीं, 21 जुलाई, रविवार के दिन स्नान-दान आदि के लिए शुभ रहेगा।
जरूर करें ये काम
आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें। यदि ऐसा करना संभव न हो तो आप घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। इसके बाद अपने पितरों का स्मरण करते हुए उनके लिए जल, काले तिल और कुश से तर्पण दें। ऐसा करने से वह तृप्त होते हैं। तर्पण करते समय कामना करें कि हे पितृगण! मैं आपको जल से तृप्त कर रहा हूं, आप सभी इससे तृप्त हों और प्रसन्न हों।
पितृ देंगे आशीर्वाद
पूर्णिमा के दिन अपने पितरों के लिए घर पर भोजन बनाएं। इस भोजन का कुछ अंश गाय, कौआ, कुत्ता आदि को खिलाएं। इसके अतिरिक्त पिंडदान और जरूरतमंदों का दान आदि करें। इन उपायों को करने से नाराज पितृ प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।यह भी पढ़ें - Ashadha Purnima 2024: कब है आषाढ़ पूर्णिमा? नोट करें चंद्रोदय समय, स्नान-दान और पूजा मुहूर्त