Ashwin Month 2024: कब से शुरू हो रहा है आश्विन माह, जानें इससे जुड़े नियम और उपाय
सनातन धर्म में आश्विन माह (Kab Se Hai Ashwin Month 2024) को महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तिथि तक पितृ पक्ष मनाया जाता है। इस दौरान पितरों की उपासना करने का विधान है। वहीं शारदीय नवरात्र का पर्व आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तक मनाया जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 7वां महीना आश्विन (Ashwin Month 2024) होता है। इस माह को धार्मिक दृष्टि से बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस माह में पितरों के साथ देवी-देवताओं का भी आशीर्वाद प्राप्त करने का शुभ अवसर प्राप्त होता है। इस माह में कई महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाते हैं, जैसे- पितृ पक्ष और शारदीय नवरात्र समेत आदि। ऐसे में चलिए जानते हैं कि कब से शुरू हो रहा है आश्विन माह और इस माह में क्या करें और क्या न करें।
अश्विन माह 2024 डेट ( Ashwin Month 2024 Start Date and End Date)
पंचांग के अनुसार, इस बार आश्विन माह की शुरुआत 18 सितंबर से होगी। वहीं, इसका समापन 17 अक्टूबर को होगा।
आश्विन माह में क्या करें?
- आश्विन माह में पितरों का श्राद्ध और तर्पण जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- इसके अलावा शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें।
- रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
- शारदीय नवरात्र व्रत करें।
- स्नान, दान-पुण्य का अधिक महत्व है।
- गरीब लोगों में अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।
आश्विन माह में न करें ये कार्य
- तला हुआ, मसालेदार भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए।
- इसके अलावा मांसाहार, तामसिक भोजन, बैंगन, प्याज-लहसुन से दूर रहें।
- किसी के प्रति मन में गलत विचार धारण न करें।
- बड़े-बुर्जुगों और महिलाओं का अपमान न करें।
- घर को गंदा न रखें, क्योंकि देवी-देवताओं का वास साफ-सफाई वाली जगह पर होता है।
आश्विन माह करें ये उपाय
- अगर आप पितृ दोष का सामना कर रहे हैं, तो पितृ पक्ष में पितरों की पूजा करें। साथ ही माता-पिता की सेवा और सम्मान करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
- इसके अलावा पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए पितृ पक्ष में भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करें। माना जाता है कि ऐसा करने से पितृ दोष दूर होता है और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।