Happy Married Life Remedies: टूटने के कगार पर है रिश्ते की डोर, तो जरूर करें ये उपाय
विवाह (Happy Married Life Remedies) बेहद पवित्र बंधन होता है लेकिन कई बार किसी वजह या कुंडली में बुरे ग्रहों के प्रभाव से रिश्तों में खटास पैदा होने लगती है जिससे वह टूटने की कगार पर पहुंच जाता है। ऐसे में अगर आप इस मुश्किल से गुजर रहें हैं तो आपको यहां दिए गए उपायों को जरूर करना चाहिए जिससे आपका दांपत्य जीवन सुखमय हो सके।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Happy Married Life Remedies: विवाह को 16 संस्कारों में से एक माना जाता है। यह पवित्र बंधन कुछ सालों या फिर कुछ पलों का नहीं बल्कि सात जन्मों का होता है, लेकिन कई बार किसी वजह या कुंडली में बुरे ग्रहों के प्रभाव से रिश्तों में खटास पैदा होने लगती है, जिससे वह टूटने की कगार पर पहुंच जाता है। ऐसे में अगर आप इस मुश्किल से गुजर रहें हैं, तो आपको यहां दिए गए उपायों को जरूर करना चाहिए, जिससे आपका दांपत्य जीवन सुखमय हो सके।
वैवाहिक जीवन के लिए ज्योतिष उपाय
शृंगार की सामग्री का करें दानज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार के दिन किसी सुहागन महिला को शृंगार की सामग्री दान में दें। इस उपाय को कम से कम पांच या फिर सात शुक्रवार तक करें। इसके साथ ही देवी लक्ष्मी को सुहाग से संबंधित चीजें चढ़ाएं और किसी कन्या के विवाह में आर्थिक मदद करें। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा।
अपने शयनकक्ष में करें ये कार्य
अगर आपके रिश्ते में लगातार दूरियां पैदा हो रही हैं, तो अपने शयन कक्ष में जाने से पूर्व उसमें थोड़ा सा कपूर जलाएं। ऐसा कहा जाता है इससे रिश्ते की नकारात्मकता समाप्त होती है। साथ ही आपसी सामंजस्य स्थापित होता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि उपाय को करते हुए आपको कोई देख न रहा हो।बेड पर बिछाएं इस रंग की चादर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप अपने रिश्ते में मधुरता चाहते हैं, तो आपको लाल या गुलाबी रंग की चादर अपने बेडरूम में बिछानी चाहिए। साथ ही काले पीले रंग की चादर से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा इस बात का ध्यान रखें कि उसमें काटेदार फूल, पहाड़ आदि के चित्र न बने हों।
यह भी पढ़ें: Amalaki Ekadashi 2024: इस दिन मनाई जाएगी आमलकी एकादशी, जानिए महत्व और पारण का समयडिसक्लेमर: ''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।''