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Bada Mangal 2024: तीसरे बड़े मंगल पर ऐसे करें भगवान हनुमान की पूजा, जानें सही विधि और शुभ योग

ज्येष्ठ मास के सभी मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। इसकी शुरुआत 28 मई से हुई है। वहीं 11 जून को ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल मनाया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से सभी संकटों का नाश होता है तो आइए इस दिन की पूजा विधि जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 10 Jun 2024 03:02 PM (IST)
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Bada Mangal 2024: तीसरे बड़े मंगल की पूजा विधि
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्येष्ठ का महीना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जाता है। यह हिंदू नव वर्ष का तीसरा महीना है। इस दौरान आने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। यह पारंपरिक रूप से भगवान हनुमान को समर्पित है। इस अवसर पर लोग भगवान हनुमान की पूजा करते हैं। इस पर्व को बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है।

11 जून, 2024 दिन मंगलवार को तीसरा बड़ा मंगल (Bada Mangal 2024) मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है, तो चलिए इस दिन की पूजा विधि और शुभ योग के बारे में जानते हैं -

शुभ योग

सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 05 बजकर 23 मिनट से 11 बजकर 39 मिनट तक

रवि योग - सुबह 11 बजकर 39 मिनट से अगले दिन सुबह 05 बजकर 23 मिनट तक

तीसरे बड़े मंगल की पूजा विधि

  • साधक सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
  • यदि व्रत रखना है, तो सुबह ही व्रत का संकल्प लें।
  • हनुमान जी को लाल रंग का चोला अर्पित करें।
  • उन्हें स्मरण करते हुए एक दीपक जलाएं।
  • बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाएं।
  • तुलसी और गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें।
  • उनके किसी मंदिर जाएं और उनका आशीर्वाद लें।
  • इस दिन भगवान हनुमान को चमेली का तेल, सिंदूर और चोला चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है।
  •  11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • भाव के साथ हनुमान जी की आरती करें।
  • सभी समस्याओं को दूर करने के लिए 'ॐ हं हनुमते नमः' का 108 बार जाप करें।
  • भक्त पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।
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अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।