Basant Panchami 2024: सरस्वती पूजा के उपवास में रखें इन बातों का ध्यान, गलतियों से परहेज है जरूरी
सनातन धर्म में बसंत पंचमी का पर्व बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है कि समर्पण और भक्ति के साथ मां सरस्वती की उपासना करने से सफलता के नए अवसर मिलते हैं और जीवन का अंधकार समाप्त होता है। वहीं जो लोग इस दिन का उपवास (Basant Panchami 2024) रख रहे हैं उन्हें मां की विशेष पूजा करनी चाहिए। साथ ही व्रत नियमों का पालन करना चाहिए।
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Sun, 11 Feb 2024 09:45 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी का पर्व हर साल पूरे देश में बड़ी धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है। इस महापर्व को कई राज्यों में सरस्वती पूजा के रूप में भी जाना जाता है। यह दिन मां सरस्वती की पूजा के लिए समर्पित है, जो अपने भक्तों को ज्ञान, शिक्षा प्रदान करती हैं। ऐसा माना जाता है कि समर्पण और भक्ति के साथ उनकी उपासना करने से सफलता के नए अवसर मिलते हैं और जीवन का अंधकार समाप्त होता है।
वहीं जो लोग इस दिन का उपवास रख रहे हैं उन्हें मां की विशेष पूजा करनी चाहिए। साथ ही व्रत नियमों का पालन करना चाहिए। तो आइए जानते हैं -
बसंत पंचमी उपवास के दौरान क्या खाएं और क्या नहीं ?
- जो लोग बसंत पंचमी का उपवास रख रहे हैं उन्हें देवी सरस्वती की पूजा के बाद ही कुछ खाना चाहिए। वरना व्रत का पुण्य समाप्त हो जाता है।
- बसंत पंचमी का पूरे दिन उपवास रखने के बाद शाम को पूजा करके पारण किया जा सकता है, लेकिन एक बात ध्यान रहे व्रत का पारण करने से पहले बेर जरूर ग्रहण करें, क्योंकि यह मां का प्रिय फल है।
- मां सरस्वती को चढ़ाए हुए भोग का वितरण परिवार के सदस्यों में जरूर करें।
- सरस्वती पूजा के दिन पीले चावल का भोग मां को जरूर लगाएं। साथ ही उसका सेवन करें।
- बसंत पचंमी के दिन तामसिक चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए, जो लोग इसका पालन नहीं करते हैं उनसे मां सरस्वती रुष्ट हो जाती हैं।
- बसंत पंचमी के मौके पर प्याज और लहसुन का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें भी तामसिक चीजों की श्रेणी में रखा गया है। बसंत पचंमी के दिन सिर्फ सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
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