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Bathing Mantra: नहाते समय करें इस मंत्र का उच्चारण, मिलता है पवित्र नदी में स्नान का पुण्य

Bathing Mantra भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से नदियों का महत्व बना हुआ है। भारतीय समाज में नदियों को मां का दर्जा दिया गया है। गंगा मैया यमुना मैया नर्मदा मैया कावेरी मैया के नाम से नदियों को पुकारा जाता रहा है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 14 Jul 2023 11:27 AM (IST)
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Bathing Mantra नहाते समय किस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Bathing Mantra: शास्त्रो में पवित्र नदियों में स्नान करने का इतनी महिमा बताई गई है कि पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। स्नान करते समय मंत्रोंच्चारण का भी काफी महत्व है। अगर आप घर पर नहात समय भी इन मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो आपको पवित्र नदी में स्नान करने का पुण्य प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कि वह कौन-से मंत्र हैं जिनका स्नान के वक्त जाप करने से लाभ प्राप्त होता है।

मंत्रों का पाठ करने के लाभ

हिन्दू धर्म में हर एक काम को मंत्रों से जोड़ा गया है ताकि उस कार्य की शुद्धता और पवित्रता बनी रहे। शास्त्रों में बताया गया है कि नहात समय मंत्रों का उच्चारण करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही मनुष्य का शरीर और आत्मा शुद्ध बनी रहती है। इतना ही इस मंत्र के जाप से आरोग्य जीवन मिलता है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा आपसे दूर रहती है। मान्यताओं के अनुसार, स्नान करते समय इस मंत्र के जाप से राहु का दुष्प्रभाव कम होता है।

इस मंत्र का करें जाप

मंत्र- गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।।

मंत्र का अर्थ- इस मंत्र का अर्थ है कि 'हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु, कावेरी नदियों, मेरे स्नान करने के इस जल में आप सभी पधारिए'।

जानिए स्नान के नियम भी

हिंदू धर्म में सर्योदय से पहले स्नान करने का नियम हैं इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए, इसे अति शुभ माना जाता है। तीज-त्योहार पर नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए। हिंदू मान्यता के अनुसार खाना खाने के तुरंत बाद भूलकर भी स्नान नहीं करना चाहिए।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'