Move to Jagran APP

Bel Patra Tree: शिव जी को मुख्य रूप से चढ़ाया जाता है बेलपत्र, पर क्या घर में लगा सकते हैं वृक्ष?

Bel Patra Tree महादेव की पूजा के दौरान उन्हें बेलपत्र मुख्य रूप से चढ़ाया जाता है। माना जाता है कि महादेव बेलपत्र चढ़ाने मात्र से ही वह प्रसन्न हो जाते हैं। जो साधक सोमवार के दिन शिवजी पर बेलपत्र चढ़ाता है उसके जीवन में आने वाले सभी दुख कट जाते हैं। साथ ही उस व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Wed, 13 Dec 2023 04:58 PM (IST)
Hero Image
Bel Patra Tree क्या घर में लगा सकते हैं बेलपत्र का वृक्ष?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Bel Patra Tree Benefits: जिस प्रकार भगवान विष्णु को तुलसी प्रिय मानी जाती है, उसी प्रकार महादेव को बेलपत्र अर्पित किया जाता है। लेकिन कई लोग इस बात को लेकर संशय में रहते हैं कि बेलपत्र का पेड़ घर में लगाना चाहिए या नहीं। ऐसे में आइए जानते हैं कि  बेलपत्र को घर में लगाने से व्यक्ति को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।  

घर में पेड़ लगाएं या नहीं

बेलपत्र के वृक्ष को श्री वृक्ष भी कहा जाता है। यहां श्री का अर्थ माता लक्ष्मी से है। हिंदू धर्म ग्रंथों में माना गया है कि जिस घर में बेलपत्र का पेड़ लगा होता है, उस घर में कभी किसी प्रकार की आपत्ति नहीं आती और शिव जी की कृपा से उस परिवार पर बरसती रहती है।

रोजाना पूजन के लाभ

घर में लगे बेल के वृक्ष की रोजाना पूजा करने से पितृ दोष का खतरा भी नहीं रहता। साथ ही जो साधक रोजाना बेलपत्र के वृक्ष की सेवा करते हैं, उन्हें महादेव के विशेष कृपा प्राप्त होती है।

यह भी पढ़ें - Ram Mandir Pran Pratishtha: जानें, क्यों होती है मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा और क्या है इसका धार्मिक महत्व ?

यह है सही दिशा

बेलपत्र के वृक्ष का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए इसे सही दिशा में लगाना बहुत जरूरी है। वास्तु शास्त्र में बेलपत्र के पौधे को लगाने की सही दिशा उत्तर-पश्चिम दिशा मानी गई है।

यह भी पढ़ें - Laddu Gopal: इसलिए घर में अकेले नहीं छोड़ने चाहिए लड्डू गोपाल, जानें सेवा संबंधी अन्य नियम

बुरी शक्तियां नहीं करती वास

जिस घर के आंगन में बेल पत्र का पेड़ लगा होता है उस घर में कभी बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं करती। साथ ही व्यक्ति को तंत्र बाधाओं से भी मुक्ति मिलती है। घर में इसका पेड़ होने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।

WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'