Move to Jagran APP

Bhadra Vishti karana: अगस्त में भूलकर भी इन तिथियों पर न करें शुभ कार्य, वरना काम में आएगी बाधा

सनातन धर्म में ऐसे कई कार्य हैं जो गुरु और शुक्र तारा के अस्त होने पर किए जाते हैं लेकिन उन कार्यों को भद्रा विष्टि करण के दौरान भूलकर नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि उन कार्यो को करने से सिद्धि प्राप्त नहीं होती है। साथ ही जीवन पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है। इसके लिए शुभ कार्य करते समय भद्रा समय का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

By Jagran News Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sun, 28 Jul 2024 03:18 PM (IST)
Hero Image
Bhadra Vishti Karana 2024 August: पढ़िए अगस्त 2024 के भद्रा विष्टि करण का समय
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Bhadra Vishti Karana: ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस समय गुरु ग्रह वृषभ राशि में विराजमान हैं। भद्रा विष्टि करण में शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित हैं। धार्मिक मत है कि भद्रा विष्टि करण के दौरान सगाई, विवाह, गृह प्रवेश और समेत आदि मांगलिक कार्य करने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है। ज्योतिष भद्रा विष्टि करण की अवधि के दौरान घर का निर्माण, शुभ यात्रा और कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करना अन्य शुभ कार्य स्थगित करनी की राय देते हैं। ऐसा माना है कि विष्टि करण में किए जाने वाले इन कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है। शुभ कार्यो को करने से करने से जीवन पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से अगस्त महीने में भद्रा विष्टि करण की तिथियां और समय जानते हैं।

यह भी पढ़ें: Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी पर भगवान विष्णु को अर्पित करें प्रिय फूल, सभी मुरादें होंगी पूरी

विष्टि करण, अगस्त 2024

  • 02 अगस्त को विष्टि करण समय दोपहर 03 बजकर 28 मिनट से 03 अगस्त को मध्य रात्रि 03 बजकर 38 मिनट तक है। इस दौरान भूलकर भी शुभ कार्य न करें।
  • 08 अगस्त को विष्टि करण समय सुबह 11 बजकर 23 मिनट से 09 अगस्त रात्रि 12 बजकर 36 मिनट तक है। यह गणना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार है।
  • इसके बाद 12 अगस्त को भद्रा विष्टि करण का योग है। 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 58 मिनट से मिनट से रात्रि 08 बजकर 48 मिनट तक है।
  • पंडित हर्षित शर्मा जी की मानें तो 15 अगस्त को भी भद्रा यानी विष्टि करण का साया है। 15 अगस्त को रात्रि के 10 बजकर 13 मिनट से 16 अगस्त की सुबह 09 बजकर 40 मिनट तक है।
  • दिन सोमवार, 19 अगस्त, रात्रि के 03 बजकर 08 से सोमवार, 19 अगस्त, समय दोपहर के 01 बजकर 38 मिनट तक। इसके बाद 19 अगस्त को भद्रा का अशुभ योग बन रहा है। 19 अगस्त को रात्रि के 03 बजकर 08 से 19 अगस्त की दोपहर के 01 बजकर 38 मिनट तक है।
  • भद्रा का साया 22 अगस्त को भी है। 22 मई को भद्रा योग रात्रि 03 बजकर 28 मिनट से शुरू होगा जो अगले दिन यानी 22 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगा। इस दिन भी शुभ कार्य न करें। इसके बाद 25 अगस्त को सुबह 05 बजकर 29 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 01 मिनट तक विष्टि करण का योग है।
  • अगस्त महीने में भद्रा विष्टि करण की अंतिम तिथि 28 अगस्त को है। इस दिन विष्टि करण का योग दोपहर 01 बजकर 19 मिनट से लेकर रात 01 बजकर 21 मिनट तक है।
 यह भी पढ़ें: Baby Girl Names: अपनी बिटिया को दें शिव-शक्ति से जुड़ें अद्भुत नाम, घर में बनेगी रहेगी सुख-समृद्धि

अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।