Bhagavad Gita: कलयुग को लेकर भगवान श्री कृष्ण ने कही थी ये बातें, जो आज हो रही हैं सच
Bhagavad Gita Updesh महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया था उसे गीता के उपदेश के तौर पर जाना जाता है। भगवत गीता में निहित श्लोक व्यक्ति को जीवन की कठिन-से-कठिन परिस्थिति से निपटने की राह दिखाते हैं। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कलयुग को लेकर कुछ ऐसे सत्य बताए हैं जिसके उदाहरण इस युग में सहज ही देखने को मिल जाते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 26 Oct 2023 02:31 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Bhagavad Gita: हिंदू धर्म में भगवत गीता को एक बहुत ही पवित्र ग्रंथ माना गया है। दरअसल भगवत गीता धर्म के रास्ते पर चलने के लिए व्यक्ति का मार्गदर्शन करती है। साथ ही भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कलयुग को लेकर कई ऐसी बातें बताई है, जो कलयुग में सत्य हो रही हैं। आइए जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण ने कलयुग को लेकर कौन-सी चिंताएं व्यक्त की थी, जो आज सच हो रही हैं।
पहला सत्य
कलयुग को लेकर भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि इस युग में धर्म, सत्य, सहनशीलता और शारीरिक शक्ति के साथ-साथ व्यक्ति की स्मरण शक्ति भी दिन-ब-दिन कम होने लगेगी। आज के समय में भगवान श्री कृष्ण द्वारा व्यक्ति की गई इस चिंता के कई उदाहरण देखने को मिल जाते हैं।
इस तरह होगी व्यक्ति की पहचान
कलयुग को लेकर भगवान श्री कृष्ण ने यह भी कहा था कि कलयुग में व्यक्ति की पहचान उसके धन से होगी न कि उसके व्यवहार और गुणों से। व्यक्ति की चालाकी पर ही उसकी सफलता निर्भर करेगी।इस तरह के होंगे संबंध
कलयुग में स्त्री-पुरुष में वैवाहिक संबंध के अलावा भी अन्य संबंध यानी विवाहेत्तर संबंध भी देखने को मिलेंगे। वहीं, कलयुग में व्यक्ति का दोस्त ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन भी हो होगा। क्योंकि दोस्त और हितैषी बनकर ही लोग दूसरों के साथ विश्वासघात करेंगे।
ये होगी व्यक्ति की सबसे बड़ी बीमारी
कलयुग में मनुष्य की चिंता ही उसकी सबसे बड़ी बीमारी का कारण बनेगी। साथ ही यह चिंता ही मनुष्य की उम्र कम करने का एक कारक भी होगी। कई तरह की बीमारियां मनुष्य को घेरे रहेंगी, जिस कारण कई लोगों की आयु केवल बीस या तीस वर्ष की ही होगी।झेलनी पड़ेगी ये मुसीबतें
कलयुग वर्षा की कमी देखने को मिलेगी जिसके कारण सुख पड़ेगा। कभी बहुत-ही भीषण सर्दी पड़ेगी तो कभी भीषण गर्मी, जिस व्यक्ति का जीवन प्रभावित होगा। तूफान और बाढ़ आदि जैसी समस्याएं भी व्यक्ति को प्रभावित करेंगी।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'