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Bhai Dooj 2023: भाई दूज पर इन बातों का रखें ध्यान, इस विधि से लगाएं तिलक

Bhai Dooj 2023 भाई दूज (Bhai Dooj) आमतौर पर कार्तिक माह के कृष्णपक्ष में पड़ता है जो दिवाली के ठीक 2 दिन बाद मनाया जाता है। इस खास समय के दौरान बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं जिसके बाद भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं।

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Sun, 29 Oct 2023 09:58 AM (IST)
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Bhai Dooj 2023
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क।Bhai Dooj 2023: भाई दूज का त्योहार हर भाई- बहन के लिए खास होता है। यह पर्व भाई और बहन के बीच प्यार का प्रतीक है। इस दिन को भाई टीका, यम द्वितीया, भ्राता द्वितीया आदि के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज (Bhai Dooj) आमतौर पर कार्तिक माह के कृष्णपक्ष में पड़ता है, जो दिवाली के ठीक 2 दिन बाद मनाया जाता है।

इस खास समय के दौरान बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, जिसके बाद भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। इसके अलावा इस दिन लोग मृत्यु के देवता यमराज की पूजा-अर्चना भी करते हैं।

कब है भाई दूज ?

दिवाली उत्सव समापन के बाद 15 नंवबर बुधवार के दिन भाई दूज मनाया जाएगा। हालांकि कार्तिक मास की द्वितीया तिथि 14 नंवबर दोपहर 2.36 मिनट से शुरु हो जाएगी, जो अगले दिन यानी 15 नंवबर 1.47 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में 14 नवंबर को भी तिलक किया जा सकता है।

भाई दूज पर ऐसे लगाएं तिलक

  • भाई दूज पर जिस थाली से भाई की पूजा करनी होती है, उसे अच्छी तरह से सजाएं।
  • थाली में सिन्दूर, चंदन, फल, फूल, मिठाई और, सुपारी रखें।
  • तिलक समारोह होने से पहले चावल से चौक बनाएं।
  • भाई का तिलक करें।
  • तिलक के बाद अपने भाई की आरती करने से पहले उन्हें फल, सुपारी, चीनी, पान का पत्ता, काले चने दें।
  • इसके बाद आरती करें।
  • मिठाई खिलाएं।
  • अंत में भाई अपनी बहनों को उपहार दें।
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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।