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Bhaum Pradosh Vrat 2024: भौम प्रदोष पर करें इन 2 चीजों का दान, धन-दौलत में होगी अपार वृद्धि

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का दिन बेहद खास होता है। इस दिन लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव की पूजा करने से सभी समस्याओं का अंत होता है। इस बार प्रदोष व्रत 4 जून दिन मंगलवार को रखा जाएगा। मंगलवार को पड़ने की वजह से इसे भौम प्रदोष (Bhaum Pradosh) के नाम से जाना जाता है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 03 Jun 2024 09:16 AM (IST)
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Bhaum Pradosh 2024: भौम प्रदोष पर करें ये दान -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। भगवान शिव की पूजा के लिए प्रदोष व्रत का दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय व्याप्त होती है उसी दिन प्रदोष व्रत किया जाता है। सनातन धर्म में इस व्रत को बहुत शुभ माना जाता है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए समर्पित है।

इस बार प्रदोष व्रत 4 जून, 2024 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। मंगलवार को पड़ने की वजह से इसे भौम प्रदोष (Bhaum Pradosh 2024) के नाम से जाना जाता है।

गुड़ का दान करें

भौम प्रदोष के दिन गुड़ का दान करना बेहद लाभकारी होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह भगवान शिव और हनुमान जी को अति प्रिय है। ऐसे में भौम प्रदोष पर गुड़ का दान अवश्य करें। ऐसा करने से जीवन के दुखों का नाश होता है।

वहीं, जो लोग कर्ज की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें उससे राहत मिलती है। इसके अलावा मंगल ग्रह मजबूत और शांत होता है।

लाल चीजों का दान करें

मंगलवार को पड़ने की वजह से प्रदोष व्रत पर लाल चीजों का दान करना शुभ माना जा रहा है, क्योंकि लाल रंग हनुमान जी और मंगल ग्रह को समर्पित है। ऐसे में इस दिन लाल वस्त्र, लाल रंग के फल और फूल, मिठाई, चोला आदि का दान करें। इस उपाय को करने से राम भक्त प्रसन्न होते हैं। साथ ही जीवन के सभी संकटों का नाश करते हैं।

प्रदोष व्रत तिथि और पूजन समय

वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि ​04 जून, 2024 रात्रि 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, ​इस तिथि का समापन 04 जून को रात्रि 10 बजकर 01 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए इस बार प्रदोष व्रत 4 जून को रखा जाएगा। इसके साथ ही इसकी पूजा रात्रि 07 बजकर 16 मिनट से रात्रि 09 बजकर 18 मिनट के बीच होगी।

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डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'