Bhaum Pradosh Vrat 2024: साल के पहले प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, रुके हुए काम होंगे पूरे
Bhaum Pradosh Vrat 2024 इस माह प्रदोष व्रत 9 जनवरी को मनाया जाएगा। यह दिन शिव पूजन के लिए समर्पित है। इस दौरान जो जातक शिव जी के लिए उपवास रखते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कुछ उपाय बताए गए हैं जिससे कई मुश्किलों से निजात पाया जा सकता है।
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Fri, 05 Jan 2024 11:00 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली।Bhaum Pradosh Vrat 2024: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को बेहद खास माना गया है। इस दिन शिव जी और माता पार्वती की पूजा का विधान है। यह प्रत्येक माह दो बार मनाया जाता है। इस माह प्रदोष व्रत 9 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दौरान, जो भक्त शिव जी के लिए उपवास रखते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कुछ उपाय बताए गए हैं, जिससे कई मुश्किलों से निजात पाया जा सकता है।
भौम प्रदोष व्रत उपाय
पैसों की नहीं होगी कमी - भौम प्रदोष का व्रत करने से शंकर जी के साथ भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं, जो जातक इस दिन ''ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः'' मंत्र का जाप करते हैं, उन्हें आर्थिक मुश्किलों से छुटकारा मिल जाता है।अच्छे दांपत्य जीवन के लिए - भौम प्रदोष व्रत के दिन अपने घर के मंदिर को सजाएं। शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, मदार पुष्प, पंचगव्य अर्पित करें। इससे पति-पत्नी के बीच मन मोटाव दूर होगा। साथ ही रिश्ते में मधुरता आएगी।कर्ज से मुक्ति के लिए - भौम प्रदोष व्रत के दिन किसी भी शिव मंदिर जाएं। वहां जाकर शिवलिंग पर केसर मिश्रित जल चढ़ाएं। साथ ही शिव मंत्रों और 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस उपाय को करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
मांगलिक दोष दूर करने के उपाय - किसी भी मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। इस शुभ दिन पर मंगलदेव के 21 नामों का जाप करें, जो इस प्रकार है -'' दिन मंगल, भूमिपुत्र, ऋणहर्ता, धनप्रदा, स्थिरासन, महाकाय, सर्वकामार्थ साधक, लोहित, लोहिताक्ष, सामगानंकृपाकर, धरात्मज, कुंजा, भूमिजा, भूमिनंदन, अंगारक, भौम, यम, सर्वरोगहारक, वृष्टिकर्ता, पापहर्ता, सर्वकामफलदाता''। ऐसी मान्यता है कि अगर इस दिन मांगलिक दोष के उपाय कर लिए जाए, तो उसका निजात जल्द हो जाता है।
भगवान शंकर का नमस्कार मंत्र
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।। ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।शिव नामावली मंत्र
- श्री शिवाय नम:
- श्री शंकराय नम:
- श्री महेश्वराय नम:
- श्री सांबसदाशिवाय नम:
- श्री रुद्राय नम:
- ओम पार्वतीपतये नम:
- ओम नमो नीलकण्ठाय नम: