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Brahma Muhurta: ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी न करें ये काम, वरना हो सकता है भारी नुकसान

Brahma Muhurta हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को एक बहुत ही पवित्र समय माना गया है। मान्यता है कि इस समय देवी-देवता पृथ्वी पर भ्रमण करते हैं। ऐसे में जो साधक इस दौरान स्नान आदि से निवृत होकर पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। लेकिन कुछ ऐसे कार्य भी बताए गए हैं जिन्हें ब्रह्म मुहूर्त में बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 15 Dec 2023 04:48 PM (IST)
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Brahma Muhurta: ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी न करें ये काम।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Brahma Muhurta: ब्रह्म मुहूर्त को ईश्वर की आराधना के लिए सबसे उत्तम माना गया है। माना जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले व्यक्ति को जीवन में अपार सफलता मिलती है। ऐसे में हर व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में उठने की आदत डालनी चाहिए। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि कुछ कार्यों को ब्रह्म मुहूर्त में करने की मनाही है। आइए जानते हैं कि किन कार्यों को ब्रह्म मुहूर्त में करना निशेष माना गया है।

ब्रह्म मुहूर्त का समय

ब्रह्म मुहूर्त में ब्रह्म का अर्थ है - ईश्वर (परमात्मा), इसलिए ब्रह्म मुहूर्त का अर्थ हुआ 'परमात्मा का समय'। सुबह 4 बजे से सुबह 5:30 के बीच का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलात है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो साधक इस मुहूर्त में उठता है, उन पर हमेशा लक्ष्मी मां की कृपा बनी रहती है।

भूलकर भी न करें ये काम

ब्रह्म मुहूर्त में उठते ही भोजन नहीं करना चाहिए। यह धार्मिक दृष्टि से तो गलत है ही, साथ ही यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी ठीक नहीं है। क्योंकि ऐसा करने पर व्यक्ति को कई तरह के रोग घेर लेते हैं।

रहें एकदम शांत

ब्रह्म मुहूर्त में अपना मन एकदम शांत रखना चाहिए और ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। इस दौरान किसी भी तरह का गलत विचार मन में नहीं लाएं। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की गलत वाणी का प्रयोग इस मुहूर्त में न करें, वरना आपको मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।

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देवी-देवताओं का समय है ब्रह्म मुहूर्त

हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को देवी-देवताओं के स्मरण का समय कहा जाता है। ऐसे में इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करना चाहिए। साथ ही इस मुहूर्त में किसी का अपमान भी न करें, वरना आपको इसके अशुभ परिणाम मिल सकते हैं।

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