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Budh Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत के दिन इन चीजों से करें शिव जी का अभिषेक, होगा मंगल ही मंगल

प्रदोष व्रत का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस बार प्रदोष व्रत 3 जुलाई को रखा जाएगा इस दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है ऐसे में अगर इस मौके पर शिव जी का कुछ विशेष चीजों से अभिषेक किया जाए तो वे बेहद प्रसन्न होते हैं तो आइए किन चीजों से भगवान शंकर का अभिषेक करना शुभ माना जाता है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Fri, 28 Jun 2024 11:12 AM (IST)
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Budh Pradosh Vrat 2024: शिव जी का अभिषेक ऐसे करें -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रदोष व्रत का दिन बहुत कल्याणकारी माना जाता है। यह दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए बहुत खास होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन का व्रत करने से भगवान शिव और देवी पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन कल्याण की ओर अग्रसर होता है। इस बार यह व्रत (Pradosh Vrat 2024) 3 जुलाई के दिन बुधवार को रखा जाएगा, इस दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है, ऐसे में अगर इस मौके पर शिव जी का कुछ विशेष चीजों से अभिषेक किया जाए, तो वे बेहद प्रसन्न होते हैं, तो आइए किन चीजों से भगवान शंकर का अभिषेक करना शुभ माना जाता है।

शिवलिंग पर चंदन से करें अभिषेक

बुध प्रदोष व्रत के शुभ अवसर पर शिवलिंग की विधिवत पूजा करें। इसके साथ ही शिवलिंग का चंदन से अभिषेक करें। इसके बाद शिव जी के नामों का जाप करें। ऐसा करने से घर में खुशहाली बनी रहेगी। साथ ही ग्रह दोष से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही घर में बरकत आएगी।

शिवलिंग पर गंगाजल से करें अभिषेक

बुध प्रदोष व्रत के दिन शिव जी का अभिषेक बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक करना बहुत ही कल्याणकारी माना जाता है। ऐसे में इस मौके पर शिव जी के वैदिक मंत्रों का जाप करते हुए अभिषेक करें। ऐसा करने से जीवन में शुभता का आगमन होता है।

प्रदोष व्रत 2024 डेट और शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 3 जुलाई को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 4 जुलाई सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर होगा। इस दिन प्रदोष काल में पूजा शुभ मानी जाती है। इस वजह से इस बार यह व्रत 3 जुलाई के दिन बुधवार को रखा जाएगा।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।