Chaitra Navratri 2024: नवरात्र के दौरान करें मां दुर्गा के 108 नामों का मंत्र जप, दूर होंगे सभी दुख एवं संताप
यह पर्व जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित होता है। चैत्र नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की श्रद्धा पूर्वक पूजा की जाती है। धार्मिक मत है कि मां दुर्गा के शरणागत रहने वाले साधकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अगर आप भी मां दुर्गा की कृपा पाना चाहते हैं तो चैत्र नवरात्र में विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करें।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 07 Apr 2024 09:01 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chaitra Navratri 2024: हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक चैत्र नवरात्र का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष 09 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक चैत्र नवरात्र है। यह पर्व जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित होता है। चैत्र नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की श्रद्धा पूर्वक पूजा की जाती है। धार्मिक मत है कि मां दुर्गा के शरणागत रहने वाले साधकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अगर आप भी मां दुर्गा की कृपा पाना चाहते हैं, तो चैत्र नवरात्र में विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय मां दुर्गा के 108 नामों का मंत्र जप करें।
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मां दुर्गा के 108 नाम
1. ॐ श्रियै नमः2. ॐ उमायै नमः3. ॐ भारत्यै नमः
4. ॐ भद्रायै नमः5. ॐ शर्वाण्यै नमः6. ॐ विजयायै नम7. ॐ जयायै नमः8. ॐ वाण्यै नमः9. ॐ सर्वगतायै नमः10. ॐ गौर्यै नमः11. ॐ वाराह्यै नमः12. ॐ कमलप्रियायै नमः13. ॐ सरस्वत्यै नमः14. ॐ कमलायै नमः15. ॐ मायायै नमः16. ॐ मातंग्यै नमः
17. ॐ अपरायै नमः18. ॐ अजायै नमः19. ॐ शांकभर्यै नमः20. ॐ शिवायै नमः21. ॐ चण्डयै नमः22. ॐ कुण्डल्यै नमः23. ॐ वैष्णव्यै नमः24. ॐ क्रियायै नमः25. ॐ श्रियै नमः26. ॐ ऐन्द्रयै नमः27. ॐ मधुमत्यै नमः28. ॐ गिरिजायै नमः29. ॐ सुभगायै नमः30. ॐ अंबिकायै नमः31. ॐ तारायै नमः32. ॐ पद्मावत्यै नमः
33. ॐ हंसायै नमः34. ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नमः35. ॐ अपर्णायै नमः36. ॐ ललितायै नमः37. ॐ धात्र्यै नमः38. ॐ कुमार्यै नमः39. ॐ शिखवाहिन्यै नमः40. ॐ शांभव्यै नमः41. ॐ सुमुख्यै नमः42. ॐ मैत्र्यै नमः43. ॐ त्रिनेत्रायै नमः44. ॐ विश्वरूपिण्यै नमः45. ॐ आर्यायै नमः46. ॐ मृडान्यै नमः47. ॐ हींकार्यै नमः
48. ॐ क्रोधिन्यै नमः49. ॐ सुदिनायै नमः50. ॐ अचलायै नमः51. ॐ सूक्ष्मायै नमः52. ॐ परात्परायै नमः53. ॐ शोभायै नमः54. ॐ सर्ववर्णायै नमः55. ॐ हरप्रियायै नमः56. ॐ महालक्ष्म्यै नमः57. ॐ महासिद्धयै नमः58. ॐ स्वधायै नमःॐ. स्वाहायै नमः60. ॐ मनोन्मन्यै नमः61. ॐ त्रिलोकपालिन्यै नमः62. ॐ उद्भूतायै नमः
63. ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः64. ॐ त्रिपुरान्तक्यै नमः65. ॐ त्रिशक्त्यै नमः66. ॐ त्रिपदायै नमः67. ॐ दुर्गायै नमः68. ॐ ब्राह्मयै नमः69. ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नमः70. ॐ पुष्करायै नमः71. ॐ अत्रिसुतायै नमः72. ॐ गूढ़ायै नमः73. ॐ त्रिवर्णायै नमः74. ॐ त्रिस्वरायै नमः75. ॐ त्रिगुणायै नमः76. ॐ निर्गुणायै नमः
77. ॐ सत्यायै नमः78. ॐ निर्विकल्पायै नमः79. ॐ निरंजिन्यै नमः80. ॐ ज्वालिन्यै नमः81. ॐ मालिन्यै नमः82. ॐ चर्चायै नमः83. ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नमः84. ॐ कामाक्ष्यै नमः85. ॐ कामिन्यै नमः86. ॐ कान्तायै नमः87. ॐ कामदायै नमः88. ॐ कलहंसिन्यै नमः89. ॐ सलज्जायै नमः
90. ॐ कुलजायै नमः91. ॐ प्राज्ञ्यै नमः92. ॐ प्रभायै नमः93. ॐ मदनसुन्दर्यै नमः94. ॐ वागीश्वर्यै नमः95. ॐ विशालाक्ष्यै नमः96. ॐ सुमंगल्यै नमः97. ॐ काल्यै नमः98. ॐ महेश्वर्यै नमः99. ॐ चण्ड्यै नमः100. ॐ भैरव्यै नमः101. ॐ भुवनेश्वर्यै नमः102. ॐ नित्यायै नमः103. ॐ सानन्दविभवायै नमः104. ॐ सत्यज्ञानायै नमः
105. ॐ तमोपहायै नमः106. ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नमः107. ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः108. ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नमःयह भी पढ़ें: नरक का दुख भोगकर धरती पर जन्मे लोगों में पाए जाते हैं ये चार अवगुण
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