Chaitra Navratri Upay: चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को करना है प्रसन्न तो करें ये उपाय
Chaitra Navratri Upay आज नवरात्रि का तीसरा दिन है। नवरात्रि के नौ दिन तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। जैसा कि हम सभी जानते हैं इन 9 दिन तक भक्त मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहते हैं।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Thu, 15 Apr 2021 04:17 PM (IST)
Chaitra Navratri Upay: आज नवरात्रि का तीसरा दिन है। नवरात्रि के नौ दिन तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। जैसा कि हम सभी जानते हैं इन 9 दिन तक भक्त मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहते हैं। ऐसे में हिंदू पंचांग के अनुसार, अगर नवरात्रि के दौरान कुछ उपाय किए जाएं ते मां दुर्गा बेहद प्रसन्न हो जाती हैं। ऐसा करने से मां की कृपा भक्तों पर बनी रहती है। साथ ही नकारात्मक शक्तियां भी दूर रहती हैं।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय: 1. नवरात्रि के दौरान अगर घर में तुलसी का पौधा लगाया जाए तो यह बेहद ही शुभ होता है। अगर आपके घर में यह पौधा पहले से ही है तो एक सिक्का लेकर अपनी मन्नत मांगे। फिर उस सिक्के को पौधे की मिट्टी में दबा दें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको काम में सफलता हासिल होगी।
2. इस दौरान चंडी पाठ या दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। इसे भी बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि अगर इस पाठ को नियमानुसार किया जाए तो भक्त को मां की कृपा प्राप्त होती है।
3. अगर भक्त के जीवन में किसी तरह की कोई परेशानी चल रही है तो उसे मां दुर्गा के बीज मंत्र- ऊं ह्रीं दुं दुर्गायै नम: का जाप करना चाहिए। जाप की संख्या 108 होनी चाहिए। फिर भगवान शिव पर दही अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
4. देवी मां को लाल रंग बेहद प्रिय है। ऐसे में मां को लाल रंग का कपड़ा पहनाएं। साथ ही लाल पुष्प भी अर्पित करें। मान्यता है कि अगर ऐसा किया जाए तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
5. जब मां की पूजा करें तो उन्हें गाय के दूध और शहद से बनी चीजों का भोग लगाएं। घर में धूप- दीप दिखाएं। इससे नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।डिसक्लेमर'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'