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Chanakya Niti: किसी के घर मेहमान बनकर जाएं, तो ध्यान रखें चाणक्य की ये बातें, ताकि बना रहे मान-सम्मान

आचार्य चाणक्य को इतिहास के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक माना जाता है। चाणक्य नीति जीवन को सरल और सफल बनाने की एक नीति है। ऐसे में हर व्यक्ति को अपने जीवन में चाणक्य नीति को जरूर अपनाना चाहिए। इससे व्यक्ति को कई परेशानियों का हल मिल सकता है। यही कारण है कि आज भी लोग चाणक्य नीति का अनुसरण करते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Sat, 13 Jul 2024 05:07 PM (IST)
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Chanakya Niti: किसी के घर मेहमान बनकर जाएं, तो ध्यान रखें चाणक्य की ये बातें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र में लिखी बातों का आज भी लोग पालन करते हैं। चाणक्य नीति भारत की सबसे लोकप्रिय नीतियों में से एक है, जिसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं का वर्णन मिलता है। ऐसे में आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि यदि आप किस दूसरे के घर में मेहमान बनकर जाते हैं, तो आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपका मान-सम्मान रिश्तेदारों के बीच बना रहे।

इन बातों का रखें ध्यान

चाणक्य नीति में बताया गया है कि व्यक्ति को कभी भी बिना वजह किसी के घर मेहमान बनकर नहीं जाना चाहिए, इससे आपका सम्मान कम हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को किसी काम से या फिर बुलावे पर ही दूसरे व्यक्ति के घर जाना चाहिए।

बना रहेगा मान-सम्मान

हमेशा किसी मेहमान के घर जाने से पहले उससे एक बार पूछ लेना चाहिए और इसके बाद ही किसी दूसरे के घर मेहमान के रूप से जाना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे आपका मान-सम्मान बना रहता है।

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न जाए ऐसे लोगों के घर

आचार्य चाणक्य का यह भी कहना है कि बिना किसी काम के किसी व्यक्ति के घर ज्यादा दिनों तक नहीं रुकना चाहिए, क्योंकि मेहमान केवल कुछ ही दिनों के लिए अच्छे लगते हैं। ऐसे में ज्यादा दिनों तक भी किसी के घर रुकने से उस व्यक्ति की नजरों में आपकी इज्जत घटने लगती है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।