Chanakya Niti tips: अच्छे-अच्छों को बर्बाद कर सकती हैं ये गलती, चाणक्य की इन बातों का जरूर रखें ध्यान
आचार्य चाणक्य को अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र का जनक माना गया है। ऐसा माना जाता है कि चाणक्य नीति में लिखी गई बातों को जीवन में उतारने पर मनुष्य सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में एक ऐसी गलती का वर्णन किया है जो जीवन में मनुष्य को कभी आगे नहीं बढ़ने देती।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chanakya Niti tips: आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य के जीवन के विभिन्न पहलुओं की चर्चा की है। चाणक्य नीति को सबसे महत्वपूर्ण नीतियों में से एक माना गया है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में ऐसी गलती का जिक्र किया है जो किसी भी व्यक्ति को नुकसान में डाल सकती है। आइए जानते हैं कि चाणक्य (Chanakya Niti) के अनुसार, वह कौन-सी गलती है जिसे करने से बचना चाहिए।
न करें ये गलती
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति चाहे खुद को कितना भी भाग्यशाली समझता हो, लेकिन उसे कभी भी बिना सोचे-समझे किसी भी काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। हर कार्य को शुरू करने से पहले एक कार्य योजना बनानी जरूरी है, ताकि वह कार्य अच्छे से पूर्ण हो सके। वहीं जो लोग बिना सोचे-समझे कोई भी कार्य शुरू कर देता है, उसे जीवन में हानि उठानी पड़ सकती है। जिस कारण व्यक्ति को कभी तरक्की नहीं मिल पाती और वह अपने पास जो है, उसे भी खो देता है।
नहीं होगी लक्ष्य की प्राप्ति
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर किसी इंसान को सही में सफल होना है, तो उसे अपना लक्ष्य किसी को बताना नहीं चाहिए। क्योंकि लक्ष्य बताने पर आप आगे चलकर मात खा सकते हैं, अर्थात अपने लक्ष्य को खो सकते हैं। क्योंकि जिस भी व्यक्ति को आप भरोसा करके अपना लक्ष्य बता रहे हैं, आगे चलकर वहीं आपके साथ विश्वासघात कर सकता है।यह भी पढ़ें - Chanakya Niti: इन 5 बातों का दूसरों के सामने न करें बखान, जीवन भर होना पड़ सकता है परेशान
आचार्य चाणक्य की सलाह
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में व्यक्ति को हमेशा ईमानदार और निष्ठावान बनने पर जोर दिया है। उनके अनुसार, बेईमान व्यक्ति एक दिन आपकी प्रतिष्ठा खो देता है और अपने ही रिश्तों को नुकसान पहुंचाता है। वहीं, ईमानदार व्यक्ति दूसरों के मन में अपने प्रति विश्वास पैदा करता है। यही विश्वास आगे चलकर उसके लिए सफलता के रास्ते खोलता है।अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।