Chanakya Niti: कभी सफल नहीं होते इन चीजों से घबराने वाले लोग, जानिए क्या है आचार्य चाणक्य की सलाह
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में ऐसे कई बातें बताई हैं जो व्यक्ति का जीवन बदलने की क्षमता रखती हैं। बस जरूरत है तो उन्हें अपने जीवन में अपने की। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि व्यक्ति को अपने जीवन में किन दो चीजों से कभी नहीं घबराना चाहिए अन्यथा वह कभी सफलता प्राप्त नहीं कर सकता।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आचार्य चाणक्य भारत के सबसे विद्वान व्यक्तियों में स्थान रखते हैं। उनके द्वारा रचित चाणक्य नीति में कई जीवनोपयोगी बातें बताई गई हैं। आज के समय में भी कई लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करना पसंद करते हैं। यही कारण है कि यह आज भी लोकप्रिय नीतियों में से एक बनी हुई है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि चाणक्य ने किन लोगों को कायर बताया है।
नहीं होगी सफलता की प्राप्ति
चाणक्य कहते हैं कि परिवर्तन जीवन का नियम है। ऐसे में परिवर्तन से कभी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि बदलाव हमारे जीवन में नए अवसर और अनुभव लेकर आते हैं। इसलिए इसे हमेशा सकारात्मक रूप में ही स्वीकार करना चाहिए। चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति परिवर्तन से घबराता है, वह जीवन में कभी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता।
इससे भी न घबराएं
परिवर्तन की तरह ही व्यक्ति को कभी संघर्ष से भी नहीं घबराना चाहिए। आचार्य चाणक्य का कहना है कि संघर्ष ही व्यक्ति को अपनी क्षमताओं को पहचानने में मदद करते हैं। ऐसे में जो व्यक्ति जीवन में आने वाले संघर्षों से डर जाता है, वह कभी आगे नहीं बढ़ पाता।
यह भी पढ़ें - Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने बताए दिन में सोने के नुकसान, जानने के बाद आज ही छोड़ देंगे ये आदत
ऐसे लोगों को कहा है कायर
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में ऐसे लोगों को ही कायर की श्रेणी में रखा है, जो जीवन में आने वाले परिवर्तन और संघर्षों से घबरा जाते हैं। क्योंकि ऐसे लोग जीवन में कभी सफलता हासिल नहीं कर पाते। इसलिए इंसान को कभी भी इन दो चीजों से नहीं डरना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इन चुनौतियों का डटकर सामना करना चाहिए। तभी सफलता की सीढ़ी चढ़ी जा सकती है।
यह भी पढ़ें - Chanakya Niti: वैवाहिक जीवन में चाहते हैं मिठास, तो अपनाएं चाणक्य नीति के विशेष गुण
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।