Chandra Grahan 2024: 18 सितंबर को लगेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, तुलसी से जुड़े नियमों को न करें अनदेखा
18 सितंबर 2024 को साल का दूसरा और आखिरी चन्द्र ग्रहण (Chandra Grahan 2024) लगने जा रहा है। हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। लेकिन इसके बावजूद चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए ताकि आप इसके विपरीत परिणामों से बचे रहें। इसी प्रकार तुलसी से जुड़े कुछ नियम भी बताए गए हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना जाता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि तुलसी के पौधे की नियमित रूप से पूजा-अर्चना से व्यक्ति के जीवन की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। ऐसे में आपको चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2024) के दौरान तुलसी से जुड़े कुछ नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
न करें ये गलती
चंद्र ग्रहण के दिन खाने या अन्य पवित्र चीजों में तुलसी के पत्ते डालना शुभ माना जाता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सूतक काल में तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से लक्ष्मी जी नाराज हो सकती हैं। इसलिए पहले ही तुलसी के पत्ते उतार कर रख लें। चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी को खुले स्थान पर नहीं रखना चाहिए।
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इन बातों का जरूर रखें ध्यान
चंद्र ग्रहण के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि जिस भी चीजों में आप तुलसी का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह एकदम सात्विक होने चाहिए। इसके साथ ही चंद्र ग्रहण के दौरान खंडित तुलसी के पत्तों का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही जिस गमले में तुलसी का पौधा लगा हुआ है, उसे गेरू रंग से रंग देना चाहिए। इससे चंद्र ग्रहण के नकारात्मक परिणाम से बचा जा सकता है।रुष्ट हो सकती हैं मां लक्ष्मी
चंद्र ग्रहण के दिन तुलसी को छूने, जल देने और तुलसी की पूजा करने से बचना चाहिए। न ही इस दौरान तुलसी के समक्ष दीपक जलाना चाहिए। चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके साफ कपड़े पहनने के बाद ही तुलसी की पूजा करनी चाहिए। इन नियमों का ध्यान न रखने पर मां लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती है।यह भी पढ़ें - Chandra Grahan 2024: चंद्र ग्रहण के दौरान न करें ये गलतियां, वरना भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
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