Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Maa Ganga: रोजाना पूजा के समय करें मां गंगा के 108 नामों का मंत्र जप, कट जाएंगे सारे पाप

Maa Ganga शास्त्रों में निहित है कि राजा भगीरथ के पूर्वजों के उद्धार हेतु मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। धार्मिक मत है कि मां गंगा की पूजा-उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अगर आप भी अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो रोजाना नित्य कर्मों से निवृत होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 23 Apr 2024 07:22 PM (IST)
Hero Image
Maa Ganga: रोजाना पूजा के समय करें मां गंगा के 108 नामों का मंत्र जप, कट जाएंगे सारे पाप

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Maa Ganga: सनातन धर्म में मां गंगा की महिमा का विस्तार से वर्णन है। शास्त्रों में निहित है कि मां गंगा के नाम मात्र से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए गए पाप नष्ट हो जाते हैं। वहीं, गंगा नदी में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर में किए गए पाप मिट जाते हैं। विशेष तिथि पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। शास्त्रों में निहित है कि राजा भगीरथ के पूर्वजों के उद्धार हेतु मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। धार्मिक मत है कि मां गंगा की पूजा-उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अगर आप भी अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो रोजाना नित्य कर्मों से निवृत होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। इसके बाद विधि-विधान से भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा करें। इस समय पापों से मुक्ति हेतु मां गंगा के 108 नामों का मंत्र जप करें।

यह भी पढ़ें: नरक का दुख भोगकर धरती पर जन्मे लोगों में पाए जाते हैं ये चार अवगुण

मां गंगा के 108 नाम

1. ॐ गंगायै नमः

2. ॐ विष्णुपादसंभूतायै नमः

3. ॐ हरवल्लभायै नमः

4. ॐ हिमाचलेन्द्रतनयायै नमः

5. ॐ गिरिमण्डलगामिन्यै नमः

6. ॐ तारकारातिजनन्यै नमः

7. ॐ ओंकाररूपिण्यै नमः

8. ॐ अनलायै नमः

9. ॐ क्रीडाकल्लोलकारिण्यै नमः

10. ॐ स्वर्गसोपानशरण्यै नमः

11. ॐ सर्वदेवस्वरूपिण्यै नमः

12. ॐ अंबःप्रदायै नमः

13. ॐ सगरात्मजतारकायै नमः

14. ॐ सरस्वतीसमयुक्तायै नमः

15. ॐ सुघोषायै नमः

16. ॐ सिन्धुगामिन्यै नमः

17. ॐ भागीरत्यै नमः

18. ॐ भाग्यवत्यै नमः

19. ॐ भगीरतरथानुगायै नमः

20. ॐ त्रिविक्रमपदोद्भूतायै नमः

21. ॐ त्रिलोकपथगामिन्यै नमः

22. ॐ क्षीरशुभ्रायै नमः

23. ॐ नरकभीतिहृते नमः

24. ॐ अव्ययायै नमः

25. ॐ नयनानन्ददायिन्यै नमः

26. ॐ नगपुत्रिकायै नमः

27. ॐ निरञ्जनायै नमः

28. ॐ नित्यशुद्धायै नमः

29. ॐ उमासपत्न्यै नमः

30. ॐ शुभ्राङ्गायै नमः

31. ॐ श्रीमत्यै नमः

32. ॐ धवलांबरायै नमः

33. ॐ आखण्डलवनवासायै नमः

34. ॐ कंठेन्दुकृतशेकरायै नमः

35. ॐ अमृताकारसलिलायै नमः

36. ॐ लीलालिंगितपर्वतायै नमः

37. ॐ विरिञ्चिकलशावासायै नमः

38. ॐ त्रिवेण्यै नमः

39. ॐ पुरातनायै नमः

40. ॐ पुण्यायै नमः

41. ॐ पुण्यदायै नमः

42. ॐ पुण्यवाहिन्यै नमः

43. ॐ पुलोमजार्चितायै नमः

44. ॐ भूदायै नमः

45. ॐ पूतत्रिभुवनायै नमः

46. ॐ जयायै नमः

47. ॐ जंगमायै नमः

48. ॐ जंगमाधारायै नमः

49. ॐ जलरूपायै नमः

50. ॐ जगद्धात्र्यै नमः

51. ॐ जगद्भूतायै नमः

52. ॐ जनार्चितायै नमः

53. ॐ जह्नुपुत्र्यै नमः

54. ॐ नीरजालिपरिष्कृतायै नमः

55. ॐ सावित्र्यै नमः

56. ॐ सलिलावासायै नमः

57. ॐ सागरांबुसमेधिन्यै नमः

58. ॐ रम्यायै नमः

59. ॐ बिन्दुसरसे नमः

60. ॐ अव्यक्तायै नमः

61. ॐ अव्यक्तरूपधृते नमः

62. ॐ जगन्मात्रे नमः

63. ॐ त्रिगुणात्मकायै नमः

64. ॐ संगत अघौघशमन्यै नमः

65. ॐ भीतिहर्त्रे नमः

66. ॐ शंखदुंदुभिनिस्वनायै नमः

67. ॐ भाग्यदायिन्यै नमः

68. ॐ नन्दिन्यै नमः

69. ॐ शीघ्रगायै नमः

70. ॐ शरण्यै नमः

71. ॐ शशिशेकरायै नमः

72. ॐ शाङ्कर्यै नमः

73. ॐ शफरीपूर्णायै नमः

74. ॐ भर्गमूर्धकृतालयायै नमः

75. ॐ भवप्रियायै नमः ।

76. ॐ सत्यसन्धप्रियायै नमः

77. ॐ हंसस्वरूपिण्यै नमः

78. ॐ भगीरतभृतायै नमः

79. ॐ अनन्तायै नमः

80. ॐ शरच्चन्द्रनिभाननायै नमः

81. ॐ दुःखहन्त्र्यैनमः

82. ॐ शान्तिसन्तानकारिण्यै नमः

83. ॐ दारिद्र्यहन्त्र्यै नमः

84. ॐ शिवदायै नमः

85. ॐ संसारविषनाशिन्यै नमः

86. ॐ प्रयागनिलयायै नमः

87. ॐ श्रीदायै नमः

88. ॐ तापत्रयविमोचिन्यै नमः

89. ॐ शरणागतदीनार्तपरित्राणायै नमः

90. ॐ सुमुक्तिदायै नमः

91. ॐ पापहन्त्र्यै नमः

92. ॐ पावनाङ्गायै नमः

93. ॐ परब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः

94. ॐ पूर्णायै नमः

95. ॐ जंभूद्वीपविहारिण्यै नमः

96. ॐ भवपत्न्यै नमः

97. ॐ भीष्ममात्रे नमः

98. ॐ सिक्तायै नमः

99. ॐ रम्यरूपधृते नमः

100. ॐ उमासहोदर्यै नमः

101. ॐ बहुक्षीरायै नमः

102. ॐ क्षीरवृक्षसमाकुलायै नमः

103. ॐ त्रिलोचनजटावासायै नमः

104. ॐ ऋणत्रयविमोचिन्यै नमः

105. ॐ त्रिपुरारिशिरःचूडायै नमः

106. ॐ जाह्नव्यै नमः

107. ॐ अज्ञानतिमिरापहृते नमः

108. ॐ शुभायै नमः

यह भी पढ़ें: भूलकर भी न करें ये 6 काम, वरना मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज

डिस्क्लेमर-''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'