Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Char Dham Yatra 2023 Update: भारी बर्फबारी के कारण 30 अप्रैल तक के लिए रोका गया केदारनाथ धाम यात्रा का पंजीकरण

Char Dham Yatra 2023 22 अप्रैल यानि अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चार धाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन गढ़वाल क्षेत्र में बारिश और भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा के पंजीकरण को रोक हरिद्वार और ऋषिकेश में दिया गया है।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Mon, 24 Apr 2023 12:59 PM (IST)
Hero Image
Char Dham Yatra 2023 Update 30 अप्रैल तक के लिए केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण हुआ निलंबित।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Char Dham Yatra 2023 Update, Kedarnath Yatra: चार धाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन गढ़वाल क्षेत्र में तेज बारिश और भारी बर्फबारी के कारण ऋषिकेश और हरिद्वार में तीर्थ यात्रियों के लिए केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण को 30 अप्रैल तक के लिए रोक दिया गया है। हालांकि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को ही खोले जाएंगे।

पीटीआई से बात करते हुए गढ़वाल मंडल के अतिरिक्त प्रशासनिक आयुक्त और चार धाम यात्रा प्रशासन संगठन के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र सिंह कविरियाल ने कहा कि ''खराब मौसम के कारण और भारी बर्फबारी को देखते हुए केदारनाथ यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों का पंजीकरण हरिद्वार और ऋषिकेश में 30 अप्रैल तक के लिए निलंबित कर दिया गया है।''

अक्षय तृतीया के दिन शुरू हुई थी चार धाम यात्रा

बता दें कि 22 अप्रैल 2023 अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चार धाम यात्रा की शुरुआत हुई थी। इस दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिए गए थे और 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।

अब तक 16 लाख से अधिक लोग करा चुके हैं पंजीकरण

आधिकारिक तौर पर, चार धाम यात्रा के लिए अब तक देश एवं विदेश से 16 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण किया है। इसके साथ सरकार ने लोगों की सहूलियत के लिए और मौसम का पूर्वानुमान लगाते हुए गर्म कपड़े साथ रखने की सलाह दी है। साथ ही यह भी बताया है कि बीच-बीच में खराब मौसम के कारण तीर्थ यात्रियों को कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि, यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

यात्रा के लिए जारी किए गए हैं गाइडलाइंस

स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया है कि ''यात्रा के लिए दिशानिर्देश और एसओपी जारी किए गए हैं। इसमें यात्रियों को यात्रा के दौरान अपने शरीर को पहाड़ के मौसम में खुदको ढालना होगा। आप यदि यात्रा के दौरान कठिनाई का सामना करते हैं तो उन्हें कुछ समय आराम करें और फिर अपनी यात्रा शुरू करें।''