Chhath Puja 2020 Nahay Khay Date: छठ पूजा का होना है प्रारंभ, जानें कब है नहाय-खाय
Chhath Puja 2020 Nahay Khay Date आज भाई दूज के साथ ही दिवाली उत्सव का समापन हो जाता है। इसके बाद विश्व प्रसिद्ध छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। आइए जानते हैं कि छठ पूजा कब से है और छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय किस दिन है?
Chhath Puja 2020 Nahay Khay Date: दिवाली उत्सव के समापन के बाद से विश्व प्रसिद्ध छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा झारखंड में छठ पूजा का विशेष महत्व है, लेकिन दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े शहरों में भी इसका भव्य आयोजन किया जाता है। हालांकि इस बार कोरोना महामारी के कारण इस उत्सव पर थोड़ा प्रभाव जरूर पड़ेगा। छठ पूजा का प्रारंभ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से हो जाता है। यह पूजा 4 दिनों तथा 36 घंटे के निर्जला व्रत वाली होती है। पूजा का पहला दिन नहाय-खाय होता है।
छठ पूजा 2020
हिन्दी पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है। इस वर्ष छठ पूजा 20 नवंबर दिन शुक्रवार को है। हालांकि इसका प्रारंभ कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से ही हो जाता है।
छठ पूजा का पहला दिन: नहाय-खाय
नहाय-खाय से ही छठ पूजा का प्रारंभ होता है। चतुर्थी के दिन ही नहाय-खाय होता है। इस वर्ष नहाय-खाय 18 नवंबर दिन बुधवार को है। नहाय-खाय के दिन सूर्योदय सुबह 06 बजकर 46 मिनट पर होगा, वहीं सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होना है।
क्या है नहाय-खाय
छठ पूजा का व्रत रखने वाले लोग नहाय-खाय के दिन स्नान आदि के बाद सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं। इसके बाद वे छठी मैया का व्रत रखते हैं। सुबह को सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही वे पारण करते हैं। व्रत से पूर्व नहाने के बाद सात्विक भोजन ग्रहण करने को ही नहाय-खाय कहा जाता है।
Chhath Puja Samagri List: जानें छठ पूजा के लिए आवश्यक सामग्री क्या हैं?
नहाय-खाय के दिन व्रती मुख्यत: लौकी की सब्जी और चने की दाल का उपयोग भोजन में करते हैं। भोजन में उनके लिए सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है। जो लोग छठ व्रत रखते हैं, उनके भोजन करने के बाद ही परिवार के अन्य सदस्य चतुर्थी के दिन भोजन करते हैं। व्रती को व्रत पूर्ण करने तक भूमि पर ही सोना होता है।