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Choti Diwali 2024: छोटी दिवाली पर इतने दीपक जलाना होता है शुभ, जानिए इनकी सही दिशा

पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर छोटी दिवाली (Choti Diwali 2024) मनाई जाती है जिसे नरक चतुर्दशी के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन पर काली माता हनुमान जी और यमराज जी की भी पूजा का विधान है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि छोटी दिवाली पर कितने दीपक जलाना शुभ होता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Tue, 22 Oct 2024 11:02 AM (IST)
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Choti Diwali 2024 छोटी दिवाली पर इतने दीपक जलाना होता है शुभ। (Picture Credit: Freepik) (AI Image)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Narak Chaturdashi 2024 दीपावली हिंदुओं का सबसे प्रमुख त्योहार है। भगवान श्रीराम अपना 14 वर्ष का वनवास पूरा करने के बाद अयोध्या वापस लौटने की खुशी में मनाया जाता है। दीपावली से एक दिन पहले पहले छोटी दिवाली मनाने का चलन है। इस दिन भी दीप जलाए जाते हैं।

छोटी दिवाली शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर 30 को दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 31 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर होने जा रहा है। इस दिन शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाले हैं -

  • काली चौदस मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 31 अक्टूबर रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक
  • हनुमान पूजा मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 31 अक्टूबर 12 बजकर 31 मिनट तक 

(Picture Credit: Freepik)

कितने जलाएं दीपक

छोटी दिवाली पर घर में पांच दीपक जलाना शुभ माना जाता है। जिसमें से पहला दीया किसी ऊंचे स्थान, दूसरा घर की रसोई में, तीसरा दीपक पीपल के पेड़ के नीचे, चौथा दीपक पानी रखने के स्थान के पास और पांचवा दीपक घर के मुख्य द्वार पर रखना चाहिए। इसके अलावा आप 7,14 या फिर 21 दीपक भी इस दिन जला सकते हैं। साथ ही इस दिन प्रदोष काल में यम देव यानी यमराज के नाम से भी एक चौमुखी दीपक जरूर जलाना चाहिए।

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किस दिशा में जलाएं दीपक

छोटी दिवाली पर यम का दीपक जलाने का विशेष महत्व माना गया है। इसके लिए सबसे पहले सरसों के तेल से एक चौमुखी दीया अर्थात 4 बत्तियों वाला दीपक जलाएं। अब इसे पूरे घर में घूमाने के बाद घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा की ओर रख दें, क्योंकि इस दिशा को यम की दिशा माना जाता है। ध्यान रखें कि इस दीपक की बाती चारों दिशाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली होनी चाहिए।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।