Colour In Puja: पूजा में क्यों इस्तेमाल किए जाते हैं केवल ये 4 रंग, बहुत खास होता है इनका मतलब
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ द्वारा भगवान के प्रति अपनी आस्था प्रकट की जाती है। पूरे विधि-विधान से और सच्चे मन के साथ पूजा करने से साधक को ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। पूजा को सम्पन्न बनाने के लिए कई चीजों का उपयोग किया जाता है। इस दौरान पूजा में कई रंग भी शामिल किए जाते हैं जिनका अपना महत्व है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Colour In Puja: सनातन धर्म में हर रंग को किसी-न-किसी देवी-देवता से जोड़कर देखा जाता है। पूजा के दौरान कुछ रंगों को बहुत ही शुभ माना जाता है, जिसमें लाल, सफेद, पीला और हरा रंग शामिल है। ऐसे में आइए जानते हैं केवल इन्हीं रंगों को इतना महत्व क्यों दिया गया है।
लाल रंग का उपयोग
लाल रंग को ज्योतिष शास्त्र में शुभता, सौभाग्य, साहस और उमंग का रंग माना गया है। यही कारण है कि पूजा के दौरान कई देवी-देवताओं को लाल रंग का टीका लगाया जाता है। ऐसा पूजा के दौरान इस रंग को मां लक्ष्मी और मां दुर्गा का भी प्रिय रंग माना गया है। माना जाता है कि यदि पूजा के दौरान लाल रंग का कपड़ा बिछाया जाए तो इससे व्यक्ति को सोया हुआ भाग्य भी जाग सकता है।
इसलिए शुभ है पीला रंग
हिंदू धर्म में पीले रंग का धार्मिक तौर पर विशेष महत्व बताया गया है। पूजा-पाठ के दौरान या फिर किसी भी मांगलिक कार्य के समय पीले रंग का इस्तेमाल करना बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं, विष्णु जी की पूजा में भी पीले रंग का महत्व माना गया है। देखा जाए तो पीला रंग सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा का भी संकेत देता है।इसी कारण से पूजा में पीले रंग के कपड़े को बिछाया जाता है। वहीं, भगवान राम और श्री कृष्ण को भी पीला रंग प्रिय माना गया है। दूसरा कारण यह भी है कि पीले रंग के कपड़े को पूजा में बिछाने से कुंडली में बृहस्पति यानी गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।
क्यों खास है सफेद रंग
हिंदू धर्म में सफेद रंग को चंद्रमा का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए यह रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है। ऐसे में यह माना जाता है कि सफेद रंग का पूजा में अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जाए, तो इससे पूजा में कोई विघ्न उत्पन्न नहीं आता और पूजा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होती है। इसके साथ ही यह रंग भगवान शिव को भी प्रिय माना गया है, ऐसे में आप विशेष लाभ के लिए सोमवार के दिन सफेद रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं।