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December 2023 Vivah Muhurat: दिसंबर महीने में 7 दिन बजेगी शहनाई, नोट करें विवाह मुहूर्त, तिथि एवं नक्षत्र

December 2023 Vivah Muhurat 5 दिसंबर को पहला शुभ विवाह मुहूर्त है। नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी और तिथि नवमी है। हालांकि शास्त्रों में मंगलवार के दिन विवाह करना वर्जित है। इसके बावजूद अगर समय का अभाव है तो स्थानीय पंडित से सलाह लेकर तिथि निर्धारित कर सकते हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 05 Oct 2023 01:46 PM (IST)
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December 2023 Vivah Muhurat: दिसंबर महीने में 7 दिन बजेगी शहनाई, नोट करें विवाह मुहूर्त, तिथि एवं नक्षत्र संयोग

नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | December 2023 Shubh Vivah Muhurat: हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। इस वर्ष 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। इस दिन से विवाह का लग्न शुरू होता है। इस वर्ष नवंबर के महीने में 5 दिन विवाह मुहूर्त है। इसके पश्चात, दिसंबर महीने में विवाह मुहूर्त है। ज्योतिषियों की मानें तो दिसंबर महीने में सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इसके चलते दिसंबर महीने में खरमास लगेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। आइए, दिसंबर महीने में विवाह मुहूर्त की तिथियां जानते हैं-

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दिसंबर माह विवाह मुहूर्त

  1. दिसंबर महीने में लगातार पांच दिनों तक (5, 6, 7, 8 और 9 तारीख) विवाह मुहूर्त है। इनमें आप 7 दिसंबर की तिथि का चयन कर सकते हैं। इस दिन तिथि एकादशी और नक्षत्र हस्त है। इसके अलावा, आप सुविधा अनुसार 5, 6, 7, 8, 9 में मंगलवार को छोड़कर किसी दिन का चयन कर सकते हैं।
  2. 5 दिसंबर को पहला शुभ विवाह मुहूर्त है। नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी और तिथि नवमी है। हालांकि, शास्त्रों में मंगलवार के दिन विवाह करना वर्जित है। इसके बावजूद अगर समय का अभाव है, तो स्थानीय पंडित से सलाह लेकर तिथि निर्धारित कर सकते हैं।
  3. इसके पश्चात, 11 दिसंबर को विवाह मुहूर्त है। इस दिन तिथि अमावस्या और नक्षत्र अनुराधा है। अतः 11 दिसंबर की तिथि का भी चयन कर सकते हैं। हालांकि, विवाह से पूर्व कुंडली मिलान अवश्य करा लें।
  4. साल 2023 का अंतिम विवाह मुहूर्त 15 दिसंबर को है। इसके पश्चात, खरमास लग रहा है। खरमास में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव के धनु राशि में प्रवेश करने के दौरान खरमास लगता है। हालांकि, विवाह मुहूर्त के लिए स्थानीय तिथि में अंतर हो सकता है। इसके लिए स्थानीय पंडित से भी अवश्य सलाह लें।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।