Deepak Significance And Rules: दीया जलाते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना शुरू हो जाएंगे बुरे दिन
Deepak Significance And Rules धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने आराध्य की पूजा करते समय लोग दीपक जलाते हैं। साथ ही मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए भी लोग दीपक प्रज्वलित करते हैं। लेकिन इस दौरान वो छोटी - छोटी ऐसी गलतियां करते हैं जिसके नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ते हैं। तो चलिए दीपक जलाते समय किन बातों का ध्यान रखना इसके बारे में जानते हैं-
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Thu, 30 Nov 2023 02:27 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली।Deepak Significance And Rules: सनातन धर्म को आस्था का प्रतीक माना जाता है। इस धर्म में रोजाना पूजा-पाठ, आरती, दीपक प्रज्वलित करने की परंपरा बेहद पुरानी है। इन अद्भूत अद्भुत परंपराओं के बेहद फलदायी प्रभाव हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अपने आराध्य की पूजा करते समय लोग दीपक जलाते हैं। साथ ही मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए भी लोग दीपक प्रज्वलित करते हैं।
लेकिन इस दौरान वो छोटी - छोटी ऐसी गलतियां करते हैं, जिसके नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ते हैं। तो चलिए दीपक जलाते समय किन बातों का ध्यान रखना इसके बारे में जानते हैं-यह भी पढ़ें : Utpanna Ekadashi 2023: इस दिन है कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना एकादशी? जानें तिथि और धार्मिक महत्व
मुख्य द्वार पर इस जगह दीपक जलाएं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शाम के समय मुख्य द्वार पर दीपक प्रज्वलित करना बेहद शुभ माना गया है। लेकिन इसे सही जगह स्थापित करना बेहद जरूरी है। दरअसल, मुख्य द्वार पर दीपक दाईं ओर जलाना चाहिए, जो घर से निकलते समय दाहिनी तरफ हो। इस बात का खास ख्याल रखें कि दीपक का मुख पश्चिम दिशा में न हो।घी या फिर तेल ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दीपक जलाने के लिए गाय के घी या फिर सरसों और तिल के तेल का उपयोग करना चाहिए। हालांकि दीपक के लिए घी न हो, तो तेल का भी उपयोग किया जा सकता है।