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Dev Deepawali 2023: 26 या 27 नवंबर, कब है देव दीपावली? नोट करें डेट, शुभ मुहूर्त एवं पंचांग

शास्त्रों में निहित है कि कार्तिक पूर्णिमा तिथि पर देवों के देव महादेव ने त्रिपुरासुर नामक असुर का वध किया था। इस उपलक्ष्य पर देवताओं ने स्वर्ग में दीप जलाकर देव दीपावली मनाई थी। उस समय से हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा तिथि पर विधि-विधान से देव दीपावली मनाई जाती है। हालांकि इस वर्ष देव दीपावली को लेकर लोग दुविधा में हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 21 Nov 2023 04:47 PM (IST)
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Dev Deepawali 2023: 26 या 27 नवंबर, कब है देव दीपावली? नोट करें डेट, शुभ मुहूर्त एवं पंचांग
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Dev Deepawali 2023: सनातन धर्म में देव दीपावली का विशेष महत्व है। यह पर्व हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। शास्त्रों में निहित है कि कार्तिक पूर्णिमा तिथि पर देवों के देव महादेव ने त्रिपुरासुर नामक असुर का वध किया था। इस उपलक्ष्य पर देवताओं ने स्वर्ग में दीप जलाकर देव दीपावली मनाई थी। उस समय से हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा तिथि पर देव दीपावली मनाई जाती है। हालांकि, इस वर्ष देव दीपावली को लेकर लोग दुविधा में हैं। आइए, देव दीपावली की डेट, शुभ मुहूर्त और पंचांग जानते हैं-

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शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर को दोपहर 03 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 27 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी। देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा पर प्रदोष काल में मनाई जाती है। अतः 26 नवंबर को देव दीपावली है। इस शुभ अवसर पर काशी में विशेष गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। 

प्रदोष काल

ज्योतिषियों की मानें तो देव दीपावली के दिन प्रदोष काल संध्याकाल 05 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 47 मिनट तक है। इस समय में देव दीपावली मना सकते हैं।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 17 बजकर 24 मिनट पर

चंद्रोदय- शाम 04 बजकर 30 मिनट पर

चंद्रास्त- सुबह 06 बजकर 42 मिनट पर

पंचांग

ब्रह्म मुहूर्त - 05 बजकर 04 मिनट से 05 बजकर 58 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 22 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 36 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - शाम 04 बजकर 05 मिनट से 05 बजकर 24 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 02 बजकर 46 मिनट से 04 बजकर 05 मिनट तक

दिशा शूल - पश्चिम

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डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'