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Dhanteras 2022 Puja: माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा के लिए यह समय है अत्यंत शुभ

Dhanteras 2022 धनतेरस पर्व का हिन्दू धर्म में खास महत्व है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन धन देवता कुबेर भगवान धनवंतरी और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन पूजा करने से भक्तों की आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।

By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Fri, 21 Oct 2022 05:38 PM (IST)
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Dhanteras 2022: धनतेरस के दिन इस समय करें भगवान धनवंतरी की पूजा।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Dhanteras 2022: हर साल कार्तिक मास के त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस या धनत्रयोदशी पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों में भी इस पर्व को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पूजा-पाठ करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उन्हें धन-धान्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी की पूजा (Dhanvantri Puja) की जाती है और प्रदोष काल में यम के नाम से दीपदान किया जाता है। धनतेरस के दिन सोना,चांदी, बर्तन, भूमि खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं धनतेरस शुभ मुहूर्त और भगवान धनवंतरी पूजा समय।

धनतेरस 2022 तिथि (Dhanteras 2022 Date)

हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास में त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को शाम 6:02 से शुरू हो रही है और इसका समापन अगले दिन 23 अक्टूबर को शाम 6:03 पर होगा। ऐसे में धनतेरस पर्व 22 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा।

धनतेरस 2022 पूजा मुहूर्त (Dhanteras 2022 Puja Muhurat)

धनतेरस पर्व के दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। इसके लिए पंचांग में 22 अक्टूबर 2022 को शाम 7:10 से रात 8:24 के बीच समय निर्धारित किया गया है। इस दिन व्यापारी अपने बही-खातों की पूजा करते हैं और धन के देवता कुबेर से व्यापार में सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं। इस दिन प्रदोष काल शाम 5:52 मिनट से रात 8:24 तक रहेगा और वृषभ काल शाम 7:10 से रात 9:06 तक रहेगा। धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इन सभी योग में पूजा करना शुभ माना जाता है।

त्रिपुष्कर योग: 22 अक्टूबर 2022, दोपहर 01:50 से शाम 06:02

इंद्र योग: 22 अक्टूबर 2022, शाम 05:13 से 23 अक्टूबर 2022, शाम 04:07 तक

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।