Dhanteras 2022 Upay: धनतेरस पर इन उपायों को करने से दूर हो जाती हैम आर्थिक समस्याएं
Dhanteras 2022 Upay धनतेरस पर्व माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर को समर्पित पर्व है। इस दिन पूजा पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं और सभी प्रकार की आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं कुछ खास उपाय।
By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Fri, 21 Oct 2022 02:01 PM (IST)
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Dhanteras 2022 Upay: 22 अक्टूबर के दिन धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी और धन देवता कुबेर की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उन्हें आरोग्यता का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि व्यक्ति को दीपावली से पहले कुछ ऐसे कार्य करना चाहिए जिससे उसे सफलता प्राप्त होगी और सभी प्रकार की आर्थिक समस्याएं दूर हो जाएंगी। बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ सामग्रियों के साथ किए गए कार्यों से व्यक्ति को जल्द ही लाभ भी दिखाई देगा। आइए जानते हैं की दीपावली से पहले किस तरह पाएं सफलता।
धनतेरस पूजा सामग्री और विधि (Dhanteras 2022 Puja Vidhi)
इस खास उपाय के लिए अपने सामने दक्षिणावर्ती शंख, गंगा जल का पात्र, धूप, अगरबत्ती, लाल वस्त्र, दीपक अथवा केसर को सामने रखें। इसके साथ अपने समक्ष माता लक्ष्मी या धनवंतरी जी की फोटो जरूर रखें। फिर लक्ष्मी जी प्रतिमा या तस्वीर के सामने लाल कपड़ा अच्छे से बिछाएं और उस पर दक्षिणावर्ती शंख रखें। इसके बाद केसर से स्वास्तिक बनाएं और कुमकुम से माता का तिलक करें। ऐसा करने के बाद स्फटिक माला लेकर नीचे बताए मंत्र का सात माला जाप नित दिन करें। 3 दिनों तक ऐसा करने से व्यक्ति को सर्वाधिक लाभ मिलेगा। मंत्र के जाप के बाद लाल वस्त्र में शंख को बांधकर घर में रख दें।करें इस मंत्र का जाप
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नमः।।
धनतेरस के दिन करें दीपदान (Dhanteras 2022 Deep Daan)
धनतेरस के दिन दीपदान का बहुत महत्व है। इस दिन यमराज के लिए जिस घर में दीपदान किया जाता है वहां अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है। शाम के समय मुख्य द्वार पर 13 दीप जलाएं और उतने ही दीप घर के अंदर भी जलाएं। इन दीपों को मुख्यतः सोने से पहले जलाया जाता है। साथ ही इस कार्य के लिए पुराने दीपकों का उपयोग किया जाता है। दीपक जलाते समय दिशा का ध्यान जरूर रखें। बता दें कि घर के बाहर दक्षिण की तरफ मुख करके दीपक जलाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह दिशा यमराज के लिए मानी जाती है।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।