Dhanteras 2023 Tips : झाड़ू खरीदते समय इस बात का रखें ध्यान, शुभ होगा आपका धनतेरस
Dhanteras 2023 Tips हिंदू पंचाग अनुसार धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन झाड़ू खरीदने की भी मान्यता है लेकिन जो जातक इस दिन झाड़ू (Dhanteras Vastu Tips) खरीदते हैं उन्हें कुछ विशेष नियम का पालन करना चाहिए जो यहां दिए गए हैं। तो आइए जानते हैं-
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Fri, 10 Nov 2023 11:17 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Dhanteras 2023: हिंदू धर्म में धनतेरस पर्व का खास महत्व है। इस दिन माता लक्ष्मी के साथ कुबेर जी की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सोना-चांदी, नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। हिंदू पंचाग अनुसार, यह पर्व हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन झाड़ू खरीदने की भी मान्यता है, लेकिन जो जातक इस दिन झाड़ू खरीदते हैं, उन्हें विशेष नियम का पालन करना चाहिए, जो यहां दिए गए हैं। तो आइए जानते हैं-
धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का नियमज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन झाड़ू सूर्यास्त के बाद नहीं खरीदना चाहिए। झाड़ू को दोपहर के बाद खरीदें। लेकिन भूलकर भी झाड़ू रात को न लाएं, क्योंकि इससे अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही माता लक्ष्मी रुष्ठ होती हैं।
झाड़ू खरीदने की सही संख्यायदि आप धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदते हैं, तो विषम संख्या में झाड़ू भूलकर भी न लाएं। क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। झाड़ू को हमेशा सम संख्या में लाना चाहिए। जैस- 2, 4, 6,8 आदि। ऐसा करने से धन की देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।झाड़ू को खड़ा न रखेंअगर आप धनतेरस के दिन झाड़ू लेकर आ रहे हैं, तो उसमें सफेद रंग का धागा जरूर बांधें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। और घर में कभी धन की कमी नहीं होती है। इसके साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें झाड़ू को भूलकर भी खड़ा करके न रखें।
यह भी पढ़ें : Narak Chaturdashi 2023: इस विधि से करें नरक चतुर्दशी पर भगवान कृष्ण की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त-विधि और महत्वडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'