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Dhanteras 2024: धनतेरस पर कैसे शुरू हुई सोना-चांदी खरीदने की परंपरा? भगवान धन्वंतरि से जुड़ा है इसका कनेक्शन

धनतेरस (Dhanteras 2024) के पर्व को सोना चांदी या बर्तन खरीदकर मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इन चीजों को खरीदने से जातक की आर्थिक उन्नति होती है। भगवान धन्वंतरि (Bhagwan Dhanvantari) को धन स्वास्थ्य और आयु का देवता माना जाता है। मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि की विधिपूर्वक उपासना करने से जातक को मानसिक शांति प्राप्त होती है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 23 Oct 2024 10:46 AM (IST)
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Dhanteras 2024: धनतेरस का धार्मिक महत्व (Pic Credit- Freepik)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धनतेरस से पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत होती है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस के त्योहार को मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर प्रदोष काल में धन की देवी मां लक्ष्मी, कुबेर देव और भगवान धन्वंतरि की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना (Dhanteras 2024 Puja Vidhi) करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि इस उपासना करने से जातक को धन की प्राप्ति होती है और मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। इस दिन शुभ मुहूर्त में सोने और चांदी से बनी चीजों को खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन शुभ चीजों को खरीदने से साधक और उसके परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है। क्या आप जानते हैं कि धनतेरस के दिन लोग सोने और चांदी की चीजों को क्यों खरीदते हैं। अगर नहीं पता, तो आइए जानते हैं इसकी वजह के बारे में।  

धनतेरस 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2024 Date and Auspicious Time)

पंचांग के अनुसार, पंचांग के अनुसार, इस बार 29 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर होगा। इस दिन प्रदोष काल संध्याकाल 05 बजकर 38 मिनट से लेकर 08 बजकर 13 मिनट तक है। इस दौरान धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान धन्वन्तरि की उपासना कर सकते हैं।

(Pic Credit- Freepik)

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इस दिन सोना और चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2024 Shubh Muhurat) सुबह में 10 बजकर 31 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 30 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 32 मिनट तक है। इस दौरान खरीददारी करना शुभ माना जाता है।

इसलिए खरीदा जाता है सोना और चांदी

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुए थे। भगवान धन्वंतरि को देवताओं के वैद्य के नाम से भी जाना जाता है। जब भगवान धन्वंतरि प्रकट हुए, तो उनके हाथों में कलश था। इसलिए हर साल धनतेरस के अवसर पर चांदी के लक्ष्मी, गणेश, बर्तन और आभूषण खरीदे जाते हैं। इसके अलावा सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि धन्वंतरि जी को पीतल की धातु प्रिय है। यही कारण है कि इस दिन पीतल की धातु से बनी चीजों को भी खरीदा जाता है।  

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।