Diwali 2023: दिवाली से पहले इन 2 दिनों में करें खरीदारी, धन से भर जाएगी खाली तिजोरी
धार्मिक मान्यता है कि दिवाली तिथि पर धन की देवी मां लक्ष्मी की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना करने से साधक के जीवन में व्याप्त अर्थ संबंधी सभी परेशानी यथाशीघ्र दूर हो जाती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से धन की देवी मां लक्ष्मी और सुख-वैभव प्रदान करने वाले भगवान गणेश की पूजा करते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो खरीदारी के लिए दिवाली से पहले महामुहूर्त का संयोग बन रहा है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Diwali 2023: हर वर्ष कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि पर प्रकाश का पर्व दिवाली मनाई जाती है। तदनुसार, इस वर्ष 12 नवंबर को दिवाली है। इस तिथि पर धन की देवी मां लक्ष्मी और सुख-समृद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि दिवाली तिथि पर धन की देवी मां लक्ष्मी की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना करने से साधक के जीवन में व्याप्त अर्थ संबंधी सभी परेशानी यथाशीघ्र दूर हो जाती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से धन की देवी मां लक्ष्मी और सुख-वैभव प्रदान करने वाले भगवान गणेश की पूजा करते हैं। धनतेरस और दिवाली तिथि पर खरीदारी की जाती है। इस वर्ष 10 नवंबर को धनतेरस है। ज्योतिषियों की मानें तो खरीदारी के लिए दिवाली से पहले महा दुर्लभ मुहूर्त का संयोग बन रहा है। इस योग में खरीदारी करने से साधक पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसेगी। आइए, इस महामुहूर्त के बारे में जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी।
महामुहूर्त
ज्योतिषियों की मानें तो दिवाली से पहले कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि पर खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र का महा दुर्लभ मुहूर्त बन रहा है। इस योग में खरीदारी करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। खरीदारी हेतु पुष्य नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ और उत्तम माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र तिथि
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर प्रातः काल 07 बजकर 57 मिनट पर पुष्य नक्षत्र शुरू हो रहा है, जो अगले दिन यानी 5 नवंबर को 10 बजकर 29 मिनट तक है। इस दौरान दिवाली की खरीदारी कर सकते हैं। अगर आप मां लक्ष्मी की विशेष कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो 04 और 05 नवंबर को दिवाली से संबंधित खरीदारी कर सकते हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 36 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 29 मिनट तक है। इस योग में शुभ कार्य कर सकते हैं। ऐसा करने से शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्त होती है।
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