Diwali 2023: दिवाली पर दुर्लभ 'सौभाग्य' योग का हो रहा है निर्माण, धन और भाग्य में होगी अपार वृद्धि
ज्योतिषियों की मानें तो धन की देवी मां लक्ष्मी की प्रदोष काल में पूजा की जाती है। इस काल में पूजा करने से सुख और वैभव में वृद्धि होती है। लक्ष्मी पूजन का समय संध्याकाल 05 बजकर 39 मिनट से लेकर संध्याकाल 07 बजकर 35 मिनट तक है। इस योग में धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होगी।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Diwali 2023: प्रकाश का पर्व दिवाली 12 नवंबर को मनाई जाएगी। यह पर्व हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने से आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है। ज्योतिषियों की मानें तो दिवाली तिथि पर दुर्लभ सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। आइए, शुभ योग और मुहूर्त जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। ज्योतिषियों की मानें तो धन की देवी मां लक्ष्मी की प्रदोष काल में पूजा की जाती है। इस काल में पूजा करने से सुख और वैभव में वृद्धि होती है। अतः 12 नवंबर को दिवाली है। लक्ष्मी पूजन समय संध्याकाल 05 बजकर 39 मिनट से लेकर संध्याकाल 07 बजकर 35 मिनट तक है।
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आयुष्मान योग
कार्तिक माह की अमावस्या तिथि पर आयुषमान योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 04 बजकर 25 मिनट तक हो रहा है। इस योग में शुभ कार्य कर सकते हैं। ज्योतिष आयुष्मान योग को शुभ मानते हैं। आयुष्मान योग में खरीदारी करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।
सौभाग्य योग
दिवाली पर आयुष्मान योग के साथ-साथ सौभाग्य योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 04 बजकर 25 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन यानी 13 नवंबर को दोपहर 03 बजकर 23 मिनट तक है। इस योग में धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होगी।
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