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Diwali 2024: दिवाली से पहले घर लाएं ये चीजें, दूर होगी दरिद्रता और जागेगा सोया हुआ भाग्य

दिवाली का दिन बेहद मंगलकारी माना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार 01 नवंबर (Diwali 2024 Kab hai) को दिवाली मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करते हैं और सभी अनुष्ठान का पालन करते हैं उन्हें सुख और शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता आती है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 14 Oct 2024 03:15 PM (IST)
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Diwali 2024: दिवाली से पहले घर ले आएं ये चीजें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। दिवाली का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। इसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार हर साल पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दिवाली अंधकार पर प्रकाश की, बुराई पर अच्छाई की और अज्ञान पर ज्ञान की जीत' का प्रतीक है। इस शुभ अवसर पर (Diwali 2024) लोग माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की पूजा करते हैं। साथ ही अन्य पूजा अनुष्ठान का पालन करते हैं।

वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस मौके पर कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका घर पर लाना बेहद शुभ माना जाता है, तो आइए उनके बारे में जानते हैं।

दिवाली से पहले घर ले आएं ये चीजें (Bring These Things Home Before Diwali)

दीपावाली से पहले या फिर उस दिन कुछ चीजों को घर पर अवश्य लाना चाहिए। इससे घर में बरकत आती है। दरअसल, धातु का कछुआ, लक्ष्मी कुबेर की प्रतिमा, गोमती चक्र, श्री यंत्र, कौड़ी, पूजा की थाली, तुलसी का पौधा और सफेद हाथी आदि को दीपावली पर लाना बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि इन्हें माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। हालांकि अपनी क्षमता अनुसार ही आप किसी भी चीज को खरीदें। इसके

साथ ही इन्हें लाते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि उस समय कोई भी अशुभ मुहूर्त न लगा हो। ऐसे में इन्हें शुभ समय पर घर लाने की कोशिश करें, जिससे इसके शुभ परिणाम आपको जल्द प्राप्त हो सके।

दिवाली तिथि और समय (Diwali 2024 Date Or Shubh Muhurat)

वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 01 नवंबर को संध्याकाल 06 बजकर 16 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर 01 नवंबर (Diwali 2024 Date) को दिवाली मनाई जाएगी, हालांकि कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं, जहां पर दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।