Jyeshtha Purnima 2023: ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन अलसी से करें ये उपाय, खुल जाएगा किस्मत का द्वार
Jyeshtha Purnima 2023 धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। पूर्णिमा तिथि पर विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों को करने से जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां का अंत होता है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 01 Jun 2023 06:26 PM (IST)
नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क। Jyeshtha Purnima 2023: सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही पूर्णिमा तिथि पर दान करने का भी विधान है। ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत 3 जून को रखा जाएगा। इसके अगले दिन स्नान-ध्यान एवं दान किया जाएगा। पूर्णिमा तिथि पर गंगा समेत अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। पूर्णिमा तिथि पर विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों को करने से जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां का अंत होता है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो पूर्णिमा तिथि पर अलसी से ये उपाय करें। आइए जानते हैं-
- अगर आप आर्थिक तंगी यानी पैसों की कमी से परेशान हैं, तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान-ध्यान करने के पश्चात लाल रंग के नवीन कपड़े में एक मुठ्ठी अलसी और लाल चंदन डालकर कपड़े को बांध दें। अब मां लक्ष्मी का स्मरण कर कपड़े को तिजोरी में रख दें। इसके बाद हर शुक्रवार को अलसी के बीज को बदल दें। इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।- अगर आप पारिवारिक कलह से परेशान हैं, तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान ध्यान करने के बाद सर्वप्रथम विधिवत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें। इसके पश्चात लाल रंग के कपड़े में एक चम्मच अलसी और बरगद के पेड़ की जड़ (अल्प मात्रा) को रखकर बांध दें। अब कपड़े को शयनकक्ष में बिस्तर के नीचे रख दें। हर शनिवार को अलसी के बीज को बदल दें। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के रिश्ते मधुर होते हैं।
- अगर आप करियर और कारोबार को नया आयाम देना चाहते हैं, तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीले रंग के कपड़े में एक चम्मच अलसी डालकर बांध दें। अब कपड़े को अपने डेस्क पर रखें। आप चाहे तो कैबिनेट ड्रॉअर में भी रख सकते हैं। इसके पश्चात हर गुरुवार के दिन अलसी को बदल दें।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।