Shanichari Amavasya 2023: शनिश्चरी अमावस्या तिथि पर करें ये खास उपाय, पितृ दोष से मिलेगी निजात
शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि शनिदेव की उपासना करने से व्यक्ति को जीवन में मन मुताबिक सफलता मिलती है। साथ ही व्यक्ति के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। ज्योतिष शास्त्र में शनिचरी अमावस्या पर विशेष उपाय करने का भी विधान है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 10 Oct 2023 01:21 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Shanichari Amavasya 2023: हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। तदनुसार, आश्विन माह में 14 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या है। शनिवार के दिन पड़ने के चलते यह शनिश्चरी अमावस्या कहलाएगी। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि शनिदेव की उपासना करने से व्यक्ति को जीवन में मन मुताबिक सफलता मिलती है। साथ ही व्यक्ति के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। इसके अलावा, जीवन में व्याप्त दुख और संताप भी दूर हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में शनिश्चरी अमावस्या पर विशेष उपाय करने का भी विधान है। अगर आप भी जीवन में व्याप्त दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो शनिचरी अमावस्या पर ये उपाय अवश्य करें। आइए जानते हैं-
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शनिचरी अमावस्या के खास उपाय
- अगर आप पितृ दोष से निजात पाना चाहते हैं, तो सर्वपितृ अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या तिथि पर काले तिल मिश्रित गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करें। साथ ही शनिश्चरी अमावस्या पर काले तिल का दान करें। इन उपायों को करने से पितृ दोष की बाधा दूर होती है।
- अगर आप पितृ दोष से पीड़ित हैं, तो शनिश्चरी अमावस्या पर स्नान-ध्यान करने के पश्चात जल में काले तिल और जौ मिलाकर दक्षिण दिशा में मुखकर पितरों को अर्घ्य दें। इस समय ॐ सर्व पितृ देवाय नमः मंत्र का जाप करें। इस उपाय को करने से पितृ प्रसन्न होते हैं।
- अगर आप सर्वपितृ अमावस्या पर पितरों का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो शनिश्चरी अमावस्या तिथि पर कौवे को भोजन दें। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा व्यक्ति पर अवश्य बरसती है।
- अगर आप शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन काली गाय की सेवा करें। आप काले श्वान को भी भोजन दे सकते हैं। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है।
- शनिश्चरी अमावस्या तिथि पर काले तिल, उड़द की दाल, चमड़े के चप्पल, कंबल आदि चीजों का दान करें। इन चीजों के दान से व्यक्ति को अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
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