Mithun Sankranti 2024: मिथुन संक्रांति पर करें इन चीजों का दान, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम
वर्तमान समय में सूर्य देव वृषभ राशि में हैं। इस राशि में सूर्य दिन कुल 30 दिनों तक रहेंगे। इसके बाद सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य देव के वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करने के दिन मिथुन संक्रांति मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि सूर्य देव की पूजा करने से आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 05 Jun 2024 06:31 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mithun Sankranti 2024: हर माह सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने वाली तिथि पर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन आत्मा के कारक सूर्य देव की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही दान-पुण्य किया जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव 15 जून को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। अत: 15 जून को मिथुन संक्रांति मनाई जाएगी। धार्मिक मत है कि संक्रांति तिथि पर सूर्य देव की पूजा-उपासना करने से आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही सभी प्रकार के शारीरिक और मानसिक दुखों से भी मुक्ति मिलती है। सूर्य उपासना करने से कुंडली में सूर्य ग्रह भी मजबूत होता है। कुंडली में सूर्य मजबूत होने से करियर और कारोबार में जातक को मन मुताबिक सफलता मिलती है। अगर आप भी सूर्य देव की कृपा-दृष्टि के भागी बनना चाहते हैं, तो मिथुन संक्रांति तिथि पर स्नान-ध्यान, पूजा, जप-तप के बाद इन चीजों का दान अवश्य करें।
इन चीजों का दान करें
- अगर आप सूर्य देव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो मिथुन संक्रांति तिथि पर गेहूं का दान करें। इस उपाय को करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। सूर्य मजबूत होने से जातक को करियर और कारोबार में विशेष सफलता प्राप्त होती है।
- सूर्य देव की कृपा पाने के लिए मिथुन संक्रांति तिथि पर मसूर दाल का दान कर सकते हैं। मसूर दाल के दान से भी सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। आप जरूरतमंदों को मसूर की दाल दान में दें।
- ज्योतिष गुड़ मिश्रित जल से सूर्य देव को अर्घ्य देने की सलाह देते हैं। आप मिथुन संक्रांति तिथि पर गुड़ का भी दान कर सकते हैं। आप गुड़ मिश्रित चिक्की और मिष्ठान भी दान कर सकते हैं।
- अगर आप सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, मिथुन संक्रांति तिथि पर विधिपूर्वक भगवान भास्कर की पूजा करें। इसके बाद गरीबों के मध्य लाल रंग के कपड़ों का दान करें। इस उपाय को करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।