Swapna Shastra: सपने में सूर्य को देखने का होता है बहुत खास मतलब, लेकिन ग्रहण देखने पर मिलते हैं ये संकेत
हिंदू धर्म में सूर्य को पूजनीय माना गया है। सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य देने का विधान है। ऐसे में यदि आपके सपने में भी सूर्य देव (Surya ke Sapne) ने दर्शन दिए हैं तो यह आपके लिए एक बहुत-ही खास संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं कि स्वप्न शास्त्र के अनुसार इस सपने का क्या मतलब हो सकता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Surya in Dream: सपनों के शास्त्र को सपने शास्त्र कहा जाता है, जिसके अनुसार व्यक्ति का हर सपना उसे भविष्य के बारे में कुछ न कुछ संकेत देता है। ऐसे में अगर आपने भी सपने में सूर्य देव के दर्शन किए हैं, तो यह सपना आपको कुछ शुभ या अशुभ संकेत दे सकता है। चलिए जानते हैं कि इस प्रकार का सपना शुभ है या अशुभ।
शुभ या अशुभ
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में सूर्य देव के दर्शन करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसका अर्थ है कि आपको जल्द ही शुभ फलों की प्राप्ति होने वाली है। इसका एक अर्थ यह भी हो सकता है कि आपको जीवन में तरक्की मिलने वाली है।
सूर्य ग्रहण देखना
सूर्य का सपना शुभ माना जाता है. लेकिन वहीं, सूर्य ग्रहण को देखना अच्छा नहीं माना जाता। सपने में सूर्य ग्रहण को देखने का अर्थ हो सकता है कि आपके आने वाले कार्यों में रुकावट पैदा हो सकती है। साथ ही आपको भविष्य में कई मुसीबतों का भी सामना करना पड़ सकता है।यह भी पढ़ें - Swapna Shastra: सपने में मिलने लगे ऐसे संकेत, तो समझ जाइए आपके ऊपर है भगवान की कृपा
सूर्य को अर्घ्य देना
पूजा के दौरान सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। ऐसे में यदि आप सपने में सूर्य को जल चढ़ाते हुए को देखते हैं, तो यह बहुत ही शुभ सपना माना जाता है। इसका अर्थ है कि आपके सभी दुख दूर होने वाले हैं। साथ ही इस सपने का एक अर्थ यह भी है कि किसी नए काम की शुरुआत के लिए यह समय अच्छा है।सूर्य देव को देखना
अगर आपको सपने में सूर्य भगवान के दर्शन होते हैं, तो इसे भी एक शुभ सपने के तौर पर देखा जाता है। इसका अर्थ है कि जीवन में आपको कोई खुशखबरी मिलने वाली है।
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