Durga Ashtami 2024: दुर्गा अष्टमी पर करें पान के पत्ते से जुड़े ये उपाय, भरी रहेगी आपकी तिजोरी
नवरात्र की अष्टमी तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है। कई लोग इस दिन हवन और कन्या पूजन भी करते हैं। ऐसे में यदि आप नवरात्र की अष्टमी तिथि पर पान के पत्ते से जुड़े ये टोटके करते हैं तो इससे आपको काफी लाभ देखने को मिल सकते हैं और जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा भी मिल सकता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्र के आठवें दिन (durga ashtami 2024 date) मां महागौरी की पूजा का विधान है, जिसे दुर्गा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। पंचांग के अनुसार, इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन यानी शुक्रवार, 11 अक्टूबर को मनाई जाएगी। ऐसे में नवरात्र की अष्टमी तिथि के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं इस विषय में।
लड़ाई-झगड़े से मिलेगी राहत
यदि घर में लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनी हुई है, तो इसके लिए आप नवरात्र की पूजा में ये काम कर सकते हैं। इसके लिए एक पान के पत्ते पर केसर का लेप लगाकर इसे माता रानी के चरणों में अर्पित करें। ऐसा करने से आपको इस स्थिति से छुटकारा मिल सकता है।
अर्पित करें ये चीजें
एक पान का पत्ता लेकर उसमें एक गुलाब का फूल रखें और अब इसे पूजा के दौरान मां दुर्गा को अर्पित कर दें। पूजा के अगले दिन इसे किसी नदी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपका सोया हुआ भाग्य जाग सकता है।यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024 Day 7: मां कालरात्रि को लगाएं इन चीजों का भोग, खुल जाएंगे किस्मत के बंद ताले
दूर होगी धन की समस्या
अगर आप धन की समस्या से परेशान हैं, तो इसके लिए अष्टमी तिथि पर पान के पत्ते का ये उपाय भी कर सकते हैं। इसके लिए पान के पत्ते पर चंदन से ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे लिखकर देवी मां के चरणों में अर्पित करें। अब अगले दिन इस पान के पत्तों को अपनी तिजोरी में रख लें। ऐसा करने से आपको अपनी आर्थिक स्थिति में लाभ देखने को मिल सकता है।यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024 Day 7: कैसे हुआ मां काली का अवतरण? बेहद उग्र है देवी का यह स्वरूप
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।