Dussehra 2024: कब है दशहरा? नोट करें सही डेट, शुभ मुहूर्त एवं पूजा का समय
सनातन धर्म में आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। इस शुभ तिथि पर भगवान श्रीराम ने रावण का भी वध किया था। इसके लिए दशहरा (Dussehra 2024 Date) के दिन भगवान श्रीराम की विशेष पूजा की जाती है। इस वर्ष दशहरा पर रवि योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Fri, 11 Oct 2024 11:39 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की तिथि को दशहरा मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक पर्व दशहरा देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर सार्वजनिक स्थानों पर खुले मैदान में रावण दहन का आयोजन किया जाता है। सनातन शास्त्रों में वर्णित है कि भगवान श्रीराम और लंका नरेश रावण के मध्य का समापन आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर हुआ था। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। इस शुभ अवसर पर अयोध्या में विजयादशमी मनाई गई थी। तत्कालीन समय से हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर दशहरा मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा की जाती है। इस वर्ष अष्टमी और नवमी एक दिन मनाई जा रही है। इसके लिए लोग दशहरा तिथि को लेकर दुविधा में है। आइए, दशहरा की सही डेट और शुभ मुहूर्त एवं पूजा का सही समय जानते हैं-
दशहरा शुभ मुहूर्त (Dussehra Shubh Muhurat)
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 12 अक्टूबर के दिन है। इस दिन सुबह 10 बजकर 59 मिनट से दशमी तिथि शुरू होगी और 13 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी। पंचांग के अनुसार, 12 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 03 मिनट से लेकर 02 बजकर 49 मिनट तक है। वहीं, पूजा हेतु शुभ समय दोपहर 01 बजकर 17 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक है। इस दौरान साधक भगवान श्रीराम की पूजा कर सकते हैं।बंगाल में कब है दशहरा?
पश्चिम बंगाल में आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दुर्गा पूजा का समापन होगा। इस शुभ तिथि पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इसके अगले दिन दशहरा मनाया जाएगा। आसान शब्दों में कहें तो पश्चिम बंगाल में 13 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से लेकर 02 बजकर 49 मिनट तक है। इसी प्रकार 13 अक्टूबर को पूजा हेतु शुभ समय दोपहर 01 बजकर 16 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 35 मिनट तक है।
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