Dussehra 2024: दशहरा के दिन पूजा के समय करें शमी और सोना पत्ती से जुड़े ये उपाय, कभी नहीं होगी धन की कमी
वैदिक पंचांग के अनुसार 12 अक्टूबर को दशहरा सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी। दशहरा (Dussehra Sona Patti Upay) पर पूजा का समय दोपहर 01 बजकर 17 मिनट से लेकर 03 बजकर 35 मिनट तक है। इस शुभ समय में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना कर सकते हैं। साथ ही सोना पत्ती और शमी पत्ते के ये विशेष उपाय कर सकते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sat, 12 Oct 2024 09:21 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। दशहरा पर्व मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर भगवान श्रीराम की पूजा की जाती है। सनातन शास्त्रों में वर्णित है कि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को भगवान राम और रावण के मध्य युद्ध का समापन हुआ था। इस युद्ध में भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। इस मौके पर तीनों लोक में असत्य पर सत्य की जीत का विजय पर्व दशहरा मनाया गया था। तत्कालीन समय से हर वर्ष शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि के अगले दिन दशहरा मनाया जाता है। इसके साथ ही दशहरा के दिन विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इनमें एक सोना पत्ती बांटना है। इस उपाय को करने से धन संबंधी परेशानी दूर हो जाती है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो दशहरा के दिन शमी और सोना पत्ती से जुड़े ये उपाय जरूर करें।
उपाय
- अगर आप अपने शत्रुओं पर विजय पाना चाहते हैं, तो दशहरा के दिन स्नान-ध्यान कर शमी के पौधे की पूजा करें। साथ ही शमी के पौधे को स्पर्श कर आशीर्वाद लें। इस उपाय को करने से शत्रुओं पर विजयश्री प्राप्त होती है। भगवान श्रीराम ने युद्ध से पहले शमी के पौधे की पूजा की थी।
- अगर आप धन संबंधी परेशानी से निजात पाना चाहते हैं, तो शनिवार 12 अक्टूबर यानी दशहरा के दिन शमी के पौधे की विधि-विधान से पूजा करें। इस समय क्षमा वंदन कर शमी के कुछ पत्ते तोड़कर अपनी तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से आय में बढ़ोतरी होने लगती है।
- अगर आप आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो दशहरा के शुभ अवसर पर घर के मुख्य द्वार पर सोने या आम के पत्ते का तोरण लगाएं। वहीं, पूजा के बाद सोना पत्ता (Dussehra Sona Patti Upay) अपने चाहने वालों के मध्य बांटें। इस उपाय को करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
- अगर आप जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के संकटों से निजात पाना चाहते हैं, तो दशहरा के दिन स्नान ध्यान के बाद नीले रंग का वस्त्र धारण करें। अब एक लोटे कच्चे दूध में काले तिल मिलाकर शमी के पौधे (Dussehra Shami Upay) को अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।