Ganesh Chaturthi 2023: मिट्टी ही नहीं इन चीजों से बनी गणेश मूर्ति का करें पूजन, प्राप्त होगा बप्पा का आशीर्वाद
Ganesh Chaturthi 2023 हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय देव माना जाता है। गणेश उत्सव के दौरान अधिकतर लोग मिट्टी से बनी मूर्ति बप्पा की मूर्ति घर लाते हैं। इसके स्थान पर हल्दी और लकड़ी आदि से बनी मूर्तियां भी व्यक्ति को विशेष लाभ पहुंचा सकती हैं। आइए जानते हैं कि लकड़ी के अलावा और कौन-कौन सी गणेश मूर्ति स्थापित करना शुभ माना जाता है।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 18 Sep 2023 08:16 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Lord Ganesha Puja: हर कोई इस समय भगवान गणेश के स्वागत की तैयारियों में व्यस्त है। गणेशोत्सव के दौरान लोग बप्पा को अपने घर लाते हैं और पूरे श्रद्धा भाव से उनकी सेवा करता हैं। भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गणेश उत्सव की शुरुआत होती है जो 10 दिनों तक चलता है। इस वर्ष गणेश उत्सव की शुरुआत 19 सितंबर 2023, मंगलवार से हो रही है। अनंत चतुर्दशी यानी 28 सितंबर 2023, गुरुवार के दिन बप्पा का विसर्जन किया जाएगा।
लकड़ी की मूर्ति को यहां करें स्थापित
अगर आप घर में गणपति जी की लकड़ी की मूर्ति लाना चाहते हैं तो इसके लिए पीपल, आम या नीम की लकड़ी से बनी मूर्ति का चयन करें। क्योंकि इन पेड़-पौधों का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। लकड़ी से बनी मूर्ति को घर के प्रवेश द्वार पर ऊपरी हिस्से में रखना चाहिए।
गोबर से बनी गणेश मूर्ति
भगवान गणेश की गोबर से बनी मूर्ति को भी व्यक्ति को विशेष लाभ पहुंचाती है। इसे घर के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि गाय के गोबर में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास माना गया है। ऐसे में आप मिट्टी के स्थान पर गोबर से बनी गणेश जी की मूर्ति को भी घर में स्थापित कर सकते हैं।यह भी पढ़ें- Vishwakarma Jayanti 2023: विश्वकर्मा जयंती पर इस विधि से करें पूजा, कार्यक्षेत्र में मिलेगी अपार सफलता
इस तरह बनाएं हल्दी के गणपति
हल्दी की मूर्ति भी घर बहुत ही शुभ मानी जाती है। ऐसे में यदि आप घर में ही हल्दी की मूर्ति बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए पहले हल्दी को पीसकर उसे पानी में मिलकर उससे आटे की तरह प्रयोग करते हुए गणेश जी की आकृति बनाएं। इसके अलावा हल्दी की कई गांठ होती है जिसमें गणपति जी की आकृति उभर आती है। ऐसी आकृति वाली हल्दी की गांठ को भी मंदिर में रखकर उसकी पूजा की जा सकती है।