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Ganesh Chaturthi 2024: घर पर कितनी बड़ी लाएं बप्पा की मूर्ति, स्थापना से पहले जान लें जरूरी बातें

सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी को बहुत शुभ माना गया है। यह पर्व गणेश जी को समर्पित है। इस बार गणेश महोत्सव (Ganesh Chaturthi 2024 Date) की शुरुआत 6 सितंबर 2024 दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर होगी। ऐसा माना जाता है कि बप्पा की पूजा करने से जीवन के सभी विघ्नों को आसानी से दूर किया जा सकता है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sun, 01 Sep 2024 01:25 PM (IST)
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Ganesh Chaturthi 2024: बप्पा की प्रतिमा की सही ऊंचाई क्या होनी चाहिए?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गणेश महोत्सव हर साल 10 दिनों तक धूमधाम और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, जिसका इंतजार लोग बेसब्री के साथ पूरे साल करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान कठोर व्रत और भाव के साथ पूजा-अर्चना करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है।

साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है, तो आइए इस पर्व (Ganesh Chaturthi 2024 ) की शुरुआत से पहले कुछ बातों को जान लेते हैं।

बप्पा की प्रतिमा की सही ऊंचाई क्या होनी चाहिए?

जो लोग अपने घर पर भगवान गणेश की स्थापना करना चाहते हैं, उन्हें कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। दरअसल, उन्हें गणपति की मूर्ति 1 से 12 अंगुल तक की लानी चाहिए। इसके साथ ही उनका मुख उत्तर, पूर्व, या पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि उत्तर दिशा को धन और समृद्धि का कारक माना जाता है।

गणेश महोत्सव के दिन बन रहे हैं ये शुभ योग

वैदिक पंचांग के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से अगले दिन सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही रवि योग सुबह 06 बजकर 02 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। साथ ही विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 24 मिनट से 03 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान पूजा-पाठ करने से और किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही कार्य में सफलता प्राप्त होती है।

कब शुरू होगा गणेश महोत्सव?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर, 2024 दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 7 सितंबर, 2024 को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। उदयातिथि के आधार पर गणेश चतुर्थी का शुभारंभ 7 सितंबर दिन शनिवार को होगा और इसी दिन गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना और व्रत की शुरुआत भी होगी।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।