Ganesh Chaturthi 2024: बप्पा को घर लाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान!
भगवान गणेश की पूजा का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। पंचांग के अनुसार इस बार गणेश महोत्सव की शुरुआत 6 सितंबर 2024 को होगी। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान व्रत रखने से भगवान गणेश जीवन की सभी बाधाओं को दूर करते हैं। साथ ही उनका आशीर्वाद सदैव के लिए प्राप्त होता है तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ बातों को जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। यह हर साल 10 दिनों तक धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, जिसका इंतजार सभी भक्त बेसब्री के साथ करते हैं। इस दिन भगवान गणेश की पूजा सच्ची श्रद्धा के साथ करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है। वहीं, इस दिन (Ganesh Chaturthi 2024) से जुड़े कुछ पूजा के नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन बेहद जरूरी है।
गणेश महोत्सव पर इन बातों का रखें ध्यान
- गणेश प्रतिमा को घर ले जाने से पहले अपने घर की साफ-सफाई और स्नान अवश्य कर लें।
- मूर्ति मिट्टी की होनी चाहिए।
- गणेश जी की मूर्ति घर लाते समय उसे साफ कपड़े से ढक कर लाएं।
- अपने पूजा स्थान में जल से भरा कलश स्थापित करें।
- भगवान गणेश को दूर्वा अवश्य अर्पित करें।
- तामसिक चीजों से परहेज करें।
- बप्पा की प्रतिमा घर पर लाने के बाद घर खाली न छोड़ें।
- गणपति स्थापना करते समय सही अनुष्ठान और मुहूर्त का पालन करें।
- मूर्ति स्थापित होने के बाद मांसाहार, प्याज और लहसुन खाने से बचें।
- इस दौरान गलती से भी किसी को अपशब्द न बोलें।
इस दिन से शुरू होगा गणेश महोत्सव
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर, 2024 दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर गणेश चतुर्थी 7 सितंबर दिन शनिवार को शुरू होगी और इसका समापन 17 सितंबर, 2024 दिन मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा।यह भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi 2024: गणेश महोत्सव के दौरान इस सरल विधि से करें पूजा, जानें क्या है बप्पा का प्रिय भोग?अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्नमाध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।