Move to Jagran APP

Ganga Dussehra 2024: गंगा दशहरा पर करें तुलसी के ये उपाय, जीवन में नहीं होगी किसी चीज की कमी

गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करने और जरूरतमंद लोगों को दान आदि करने से व्यक्ति को देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। इस बार गंगा दशहरा का पर्व 16 जून रविवार के दिन मनाया जाएगा। ऐसे में आप इस शुभ दिन पर तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय करके जीवन में लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं वह उपाय।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Wed, 12 Jun 2024 05:51 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jun 2024 05:51 PM (IST)
Ganga Dussehra 2024 गंगा दशहरा पर करें तुलसी के ये उपाय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, गंगा को कलयुग का तीर्थ बताया गया है। साथ ही गंगा को पापमोचनी भी कहा जाता है। ऐसे में गंगा दशहरा का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर गंगा दशहरा मनाया जाता है, क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनसुार, इसी तिथि पर गंगा नदी का धरती पर अवतरण हुआ था।

जरूर करें ये काम

गंगा दशहरा के दिन तुलसी में गंगाजल चढ़ाएं और उसके बाद घी का दीपक जलाएं। इसके बाद तुलसी के मत्रों का उच्चारण करें। ऐसा करने से धन की देवी लक्ष्मी की कृपा आपके और आपके परिवार के ऊपर बनी रहती है।

दूर होगी नेगेटिव एनर्जी

यदि आपके घर में नकारात्मकता व्याप्त हो गई है, तो इसके लिए आप गंगा दशहरा पर यह खास उपाय कर सकते हैं। सबसे पहले पीतल के लोटे में गंगाजल लेकर उसमें चार से पांच तुलसी के पत्ते डाल लें। अब इस जल को घर के प्रवेश द्वार पर छिड़क दें। ऐसा करने से आपको नकारात्मकता से छुटकारा मिल सकता है।

नहीं होगी धन की कमी

गंगा दशहरा के दिन तुलसी की कुछ पत्तियां लेकर उन्हें गंगाजल से शुद्ध कर लें। इसके बाद इन पत्तियों को एक लाल रंग के साफ कपड़े में बांधकर अपने धन के स्थान या फिर तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से व्यक्ति को धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

यह भी पढ़ें - Ganga Dussehra 2024: गंगा दशहरा पर स्नान-ध्यान के समय करें इस मंगलकारी स्तोत्र का पाठ, पितृ दोष से मिलेगी निजात

इस बात का भी रखें ध्यान

इस बार गंगा दशहरा रविवार के दिन पड़ रहा है और हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी में जल देना या फिर तुलसी के पत्तों को तोड़ने की मनाही होती है। ऐसे में इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि तुलसी के पत्तों को पहले ही उतार कर रख लें।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.