Garud Puran: केवल ऐसे स्थान पर ही वास करती हैं मां लक्ष्मी, जानें क्या कहता है गरुण पुराण
Garud Puran in Hindi हिंदू धर्म शास्त्रों में मां लक्ष्मी को धन की देवी माना गया है। मान्यताओं के अनुसार जो भी साधक लक्ष्मी जी की विधि-विधान पूर्वक आराधना करता है उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वहीं गरुड़ पुराण में भी कुछ ऐसे घर का वर्णन किया गया है जहां सदैव लक्ष्मी मां का वास बना रहता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Maa Laxmi Upay: गरुण पुराण, हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि यह पुराण मृत्यु और इसके बाद की स्थिति के बारे में बताता है। यह पुराण प्रभु श्री हरि की भक्ति और उनके ज्ञान पर आधारित है। साथ ही गरुण पुराण में ऐसे तरीके भी बताए गए हैं जिनके द्वारा आप लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
बनी रहेगी सुख-समृद्धि
मान्यताओं के अनुसार जिस घर में लक्ष्मी मां का वास बना रहता है, वहां कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती। ऐसे में गरुड़ पुराण में यह माना गया है कि जिस घर-परिवार में भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है, वहां लक्ष्मी मां का वास बना रहता है, जिससे परिवार में सुख-समृद्धि का माहौल बना रहता है।
इन बातों का रखें ध्यान
गरुड़ पुराण में यह भी माना गया है कि जिस घर में खाने से पहले भगवान को भोग लगाया जाता है और उसके बाद भोजन ग्रहण किया जाता है, तो ऐसे परिवार पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है।
यह भी पढ़ें - Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन पूजा के समय कर लें इनमें से कोई 1 उपाय, धन संबंधी परेशानी हो जाएगी दूर
यहां जलाएं दीपक
गरुड़ पुराण में यह वर्णन मिलता है कि रोजाना गाय को रोटी खिलाने से साधक और उसके परिवार पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। साथ ही प्रतिदिन तुलसी की पूजा करें और शाम के समय तुलसी पर जरूरी रूप से गाय के घी का दीपक जलाएं। इससे धन की देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें
जरूर करें ये काम
प्रत्येक महीने में आने वाले एकादशी को व्रत रखने वाले साधक को माता लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है। जिससे साधक को घर परिवार में हमेशा सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'