Garud Puran: जीवन में अपनाएं गरुड़ पुराण की ये बातें, सदा बनी रहेगी लक्ष्मी जी की कृपा
Garud Puran in Hindi गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बातों का वर्णन किया गया है जिनका ध्यान रखे जाने पर व्यक्ति के ऊपर लक्ष्मी मां की कृपा बनी रहती है। ऐसे में यदि आप भी गरुण पुराण में बताई गई इन बातों को अपने जीवन में उतारते हैं तो आपको अपने जीवन में सकारात्कम परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Garud Puran tips for Success: गरुण पुराण, सनातन धर्म के महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस पुराण में मृत्यु और इसके बाद की स्थिति के बारे में बताया है। साथ ही यह पुराण प्रभु श्री हरि की भक्ति और उनके ज्ञान पर आधारित है। इतना ही नहीं, इस धार्मिक ग्रंथ में ऐसी कई बातें बताई गई है, जिन्हें जीवन में प्रयोग में लाने से मां लक्ष्मी की कृपा साधक और उसके परिवार पर बनी रहती है। आइए जानते हैं गरुड़ पुराण की कुछ ऐसी ही बातें।
बनी रहेगी सुख-समृद्धि
गरुड़ पुराण के अनुसार, जिस घर में भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है, वहां लक्ष्मी जी का वास बना रहता है, जिससे व्यक्ति को धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता। इसके साथ ही एकादशी का व्रत रखने से भी साधक को माता लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है।
क्या कहता है गरुड़ पुराण
गरुड़ पुराण के अनुसार, किसी से कर्ज, लिया है तो, जितनी जल्दी हो सके उसे लौटा देना चाहिए। वरना मां लक्ष्मी से नाराज हो सकती हैं। इसके यदि कोई व्यक्ति साफ कपड़े नहीं पहनता, तो इससे भी लक्ष्मी मां की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है।इन लोगों से प्रसन्न होती हैं मां लक्ष्मी
रोजाना सुबह जल्दी उठने से मां लक्ष्मी की कृपा साधक पर बनी रहती है। साथ ही गरुड़ पुराण यह भी कहा गया है कि खाना बनाने से पहले यदि रसोई घर की पूजा की जाए, तो इससे भी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
जरूर करें ये काम
गरुड़ पुराण में बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति अपनी कुलदेवी पूजा करता है, तो उसके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही व्यक्ति को अपनी वाणी मधुर रखनी चाहिए, क्योंकि कठोर शब्द बोलने वाले लोगों के यहां भी देवी लक्ष्मी कभी नहीं ठहरती हैं।WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करेंडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'