Move to Jagran APP

Gautam Buddha: जीवन में बहुत काम आएंगी गौतम बुद्ध की ये बातें, जानिए बुद्धत्व को पाने के 8 रास्ते

Gautam Buddha कोई भी व्यक्ति बुद्धत्व को प्राप्त कर सकता है। इसके लिए बौद्ध धर्म में जन्म लेना आवश्यक नहीं है। भगवान बुद्ध समझदारी से जीवन जीने सेहत का ध्यान रखने क्रोध न करने आध्यात्मिक जीवन जीने और किसी भी तरह की हिंसा न करने तथा जीवन में त्याग को अपनाने की सीख देते हैं। आइए जानते हैं गौतम बुद्ध की जीवनोपयोगी शिक्षाएं।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 29 Jun 2023 04:29 PM (IST)
Hero Image
Gautam Buddha बुद्धत्व को पाने के रास्ते।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Gautam Buddha: बौद्ध धर्म 2,000 वर्ष से भी अधिक पुराना धर्म है। बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध हैं। ईसाई और इस्लाम धर्म के बाद बौद्ध धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। गौतम बुद्ध ने अपने जीवन में ऐसी कई शिक्षाएं दी हैं जिन्हें अपनाकर व्यक्ति अपनी संवेदनाओं से ऊपर उठकर बुद्धत्व को प्राप्त कर सकता है।

ये हैं बुद्धत्व को प्राप्त करने के तरीके

1. बौद्ध धर्म का अर्थ है अपने भीतर जागरूकता जगाना। यहां जागरूकता का मतलब है कि अपने भीतर प्रेम और करुणा को जगाना। प्रेम और विवेक को जगा कर ही बुद्धत्व को प्राप्त किया जा सकता है।

2. आध्यात्मिक साधना के लिए सबसे अहम है ध्यान का अभ्यास करना। इसलिए बौद्ध धर्म में ध्यान करना बहुत ही जरूरी माना गया है।

3. संवेदनाओं से ऊपर उठना और अपने विचारों पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। इसके द्वारा भी व्यक्ति बुद्धत्व को पा सकता है।

4. जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप अपना महत्वपूर्ण काम पहले करें और फिर ध्यान लगाएं। कर्म ही जीवन में सुख और दुख लाता है।

5. भावनाओं से ऊपर उठकर कोई भी बुद्धत्व को प्राप्त कर सकता है।

6. सिर्फ प्रार्थना करते रहने से कुछ भी नहीं मिलता। किसी चीज के प्राप्ति के लिए कर्म करना भी जरूरी है।  

7. सही दिशा में सक्रिय होने की जरूरत है। निष्क्रिय होने से कुछ भी प्राप्त नहीं होता

8. सत्य कभी किसी से नहीं छुपता। असत्य को अपने आचरण में ना उतारें, उससे दूर रहने में ही मनुष्य की भलाई है। सत्य को अपनाकर भी व्यक्ति बुद्धत्व को प्राप्त कर सकता है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'